ISKON Temple Ujjain: उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इस्कान मंदिर में अक्षय तृतीया से 21 दिवसीय चंदन यात्रा का शुभारंभ होगा। शुरुआत के साथ दिन भगवान राधा मदन मोहन, निताई गौर सहित अन्य मूर्तियों पर चंदन का लेपन किया जाएगा। शेष 14 दिन अर्चाविग्रह मूर्ति पर चंदन लगाया जाएगा। पीआरओ राघव पंडित दास ने बताया वैशाख मास में गर्मी की तीव्रता अधिक रहती है। इसलिए भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए चंदन का लेपन किया जाता है। मंदिर की परंपरा में यह उत्सव अक्षय तृतीया से 21 दिन तक मनाया जाता है। इस बार 3 अप्रैल से चंदन यात्रा की शुरुआत हो रही है। इसके लिए मलयगिरि से चंदन मंगवाया गया है।
यह चंदन सफेद रंग का तथा सबसे सुगंधित रहता है। 21 दिवसीय उत्सव में प्रथम सात दिन राधा मदन मोहन के श्रीविग्रह के साथ अन्य मूर्तियों पर चंदन का लेपन किया जाएगा। शेष 14 दिन छोटी अर्चाविग्रह को चंदन लगाया जाएगा। भगवान को चंदन अर्पण के लिए विशेष तैयारी शुरू हो गई है। अक्षय तृतीया से चार दिन पहले चंदन घिसकर तैयार किया जाएगा।
इस बार 3 अप्रैल से चंदन यात्रा की शुरुआत हो रही है। इसके लिए मलयगिरि से चंदन मंगवाया गया है। यह चंदन सफेद रंग का तथा सबसे सुगंधित रहता है। 21 दिवसीय उत्सव में प्रथम सात दिन राधा मदन मोहन के श्रीविग्रह के साथ अन्य मूर्तियों पर चंदन का लेपन किया जाएगा। शेष 14 दिन छोटी अर्चाविग्रह को चंदन लगाया जाएगा। भगवान को चंदन अर्पण के लिए विशेष तैयारी शुरू हो गई है। अक्षय तृतीया से चार दिन पहले चंदन घिसकर तैयार किया जाएगा।
तुलसी महारानी पर बंधेगी गलंतिका
इस्कान की पूजन परंपरा में तुलसीजी की सेवा का विशेष महत्व है। मंदिर में प्रतिदिन तुलसी महारानी की सेवा की जाती है। वैशाख मास में तुलसी पर गलंतिका बांधी जाएगी। भक्त नित्य तुलसी अर्चना करेंगे।