ISKCON Temple Ujjain: उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। भरतपुरी स्थित इस्कान मंदिर में अक्षय तृतीया पर मंगलवार से 21 दिवसीय चंदन यात्रा की शुरुआत हुई। भगवान को वैशाख की भीषण गर्मी से निजात दिलाने के लिए चंदन का लेपन किया गया। चंदन लेपन से श्यामवर्ण भगवान मदनमोहन पीतांबर रूप में नजर आए। शुरुआती सात दिन मंदिर में विराजित सभी बड़ी मूर्तियों पर चंदन का लेपन किया जाएगा। शेष 14 दिन अर्चाविग्रह को चंदन लगाया जाएगा।
पीआरओ राघव पंडित दास ने बताया सुबह भगवान राधा मदन मोहन, भगवान नृसिंह, निताई गौर प्रभु, भगवान जगन्नााथ की मूर्ति पर चंदन का लेपन किया गया। इसके बाद सुबह 8.30 बजे दर्शन अरती हुई। बता दें चंदन यात्रा के प्रथम तीन दिन सुबह 7.25 बजे होने वाली दर्शन आरती सुबह 8.30 बजे होगी। भगवान के दिव्य स्वरूप के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त उमड़े। शाम को भजन कीर्तन के साथ उत्सव मनाया गया।
1600 किमी का सफर तय कर उज्जैन पहुंचे
उज्जैन। पद्मश्री से सम्मानित डा.किरण सेठ 1600 किलो मीटर लंबी साइकिल यात्रा करते हुए मंगलवार को उज्जैन पहुंचे। ज्योतिनगर में शहरवासियों ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन साइकिल चलाना चाहिए। देशवासियों को पर्यावरण संरक्षण व स्वास्थ्य के लिए साइकिलिंग का संदेश देने के लिए वे साइकिल से भ्रमण पर निकले हैं।
किरण सेठ ने आइआइटी दिल्ली में लंबे समय तक अपनी सेवा दी है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है, जब पर्यावरण के प्रति हमें ओर अधिक जागरुक रहना होगा। साइकिल एक ऐसा साधन है,जिससे हम परिवहन के साधन के रूप में उपयोग कर सकते हैं। पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के लिए साइकिल की सवारी कारगर उपाय है। इससे व्यक्ति का स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। उन्होंने 11 मार्च को राजघाट दिल्ली से यात्रा की शुरुआत की थी। इसके बाद दिल्ली से राजस्थान होते हुए साबरमती पहुंचे, वहां से विभिन्ना् शहरों की यात्रा करते हुए मंगलवार को उज्जैन आगमन हुआ।