Ganesh Sthapana 2023: उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर मंगलवार को गौरीपुत्र भगवान गणेश की स्थापना होगी। इस दिन सुबह से शाम तक गणपति स्थापना के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त रहेंगे। भक्त घर, प्रतिष्ठान व सार्वजनिक पंडाल में स्थापना के लिए गाजेबाजे से मंगलमूर्ति लेकर आएंगे। इसके साथ ही दस दिवसीय गणेश उत्सव की शुरुआत होगी।
मंगलवार के दिन चतुर्थी तिथि
ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला ने बताया पंचांगीय गणना के अनुसार मंगलवार के दिन चतुर्थी तिथि, स्वाति नक्षत्र, तुला राशि के चंद्रमा की साक्षी में भगवान गणेश की स्थापना होगी। इस दिन रवियोग का भी विशेष संयोग रहेगा।
ये हैं गणेश स्थापना के मुहूर्त
भक्त सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक लाभ व अमृत के चौघड़िया में भगवान गणेश की स्थापना कर सकते हैं। दोपहर 3 से अपराह्न 4.30 बजे तक शुभ का चौघड़िया रहेगा। इस समय भी भगवान गणेश की मूर्ति विराजित करना अत्यंत शुभ है।
तीन बार सर्वार्थसिद्धि योग का संयोग
पं.डब्बावाला के अनुसार गणेश उत्सव के दस दिवसीय पर्वकाल में तीन बार सर्वार्थसिद्धि योग का संयोग बन रहा है। 20 सितंबर को दोपहर 3 बजे से सर्वार्थसिद्धि योग की शुरुआत होगी, जो 21 सितंबर को दोपहर 3 बजे तक रहेगा। 24 सितंबर को दोपहर 1.45 बजे से सर्वार्थसिद्धि योग का आरंभ होगा, जो अगले दिन सुबह तक रहेगा।
धर्मशास्त्रीय मान्यता के अनुसार सर्वार्थसिद्धि योग में मनोवांछित फल के लिए साधना उपासना तथा गृह उपयोगी वस्तुओं की खरीदी की जा सकती है।