उज्जैन। विश्व प्रसिद्घ ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 12 ज्योतिर्लिंग की परंपरा पर मंथन की कवायद शुरू की गई है। मंदिर प्रबंध समिति इसको लेकर तैयारी कर रही है। शैव महोत्सव के नाम से होने वाले इस महाआयोजन के प्रस्ताव पर गुरुवार को चिंतामन स्थित वैदिक शोध संस्थान भवन में कलेक्टर संकेत भोंडवे की अध्यक्षता में होने वाली प्रबंध समिति की बैठक में चर्चा होगी। बैठक में सुप्रीम कोर्ट में लंबित याचिका को लेकर जवाब प्रस्तुत करने पर भी चर्चा की जाएगी।
प्रबंध समिति की बैठक पहली बार चिंतामन स्थित वैदिक शोध संस्थान में हो रही है। इसका समय भी शाम 4 बजे की बजाय सुबह 9.30 बजे रखा गया है। सूत्र बताते हैं ज्योतिर्लिंग क्षरण को लेकर मंदिर समिति को सर्वोच्च न्यायालय में 27 अक्टूबर को जवाब प्रस्तुत करना है। समिति ने इसके लिए करीब 20 बिंदु का जवाब तैयार किया है। प्रबंध समिति में जवाब का अनुमोदन होगा।
इसके बाद शाम को समिति के वकील जवाब लेकर दिल्ली रवाना होंगे। गौरतलब है कि ज्योतिर्लिंग क्षरण को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में याचिका विचाराधीन है। सुप्रीम कोर्ट ने ज्योतिर्लिंग का क्षरण हो रहा है या नहीं, इसकी जांच करने के लिए समिति गठित की थी। बीते दिनों समिति ने महाकाल मंदिर आकर जांच की तथा रिपोर्ट बनाकर न्यायालय में प्रस्तुत की। रिपोर्ट के बाद न्यायालय ने मंदिर प्रशासन से जवाब मांगा है।
इन प्रस्तावों पर होगी चर्चा
-वैदिक शोध संचालन के लिए उपविधि बनाई जाना प्रस्तावित है। प्रस्ताव के अनुमोदन के बाद इसे संभागायुक्त को भेजा जाएगा।
-कर्मचारियों की वेतन वृद्घि का मामला लंबे समय से लंबित है। इस पर समिति अपना मत देगी।
-मंदिर परिसर में 36 लाख रुपए की लागत से हो रहा यज्ञशाला का निर्माण पूर्णता की ओर है। बैठक में शुभारंभ कार्यक्रम तय होगा।
-मंदिर में चल रहे निर्माण कार्यों का अनुमोदन तथा अन्य कार्यों के लिए स्वीकृति के प्रस्ताव पर चर्चा होगी।
महाकाल के आंगन में द्वादश ज्योतिर्लिंग की परंपरा पर मंथन के लिए आयोजन की तैयारी चल रही है। प्रबंध समिति की बैठक में अन्य मुद्दों के साथ ही इसकी रूपरेखा पर भी चर्चा होगी। -संकेत भोंडवे,कलेक्टर व मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष