नईदुनिया प्रतिनिधि, टीकमगढ़। बड़ागांव धसान में थोक किराना व्यापारी के घर में घुसकर लूटपाट करने के साथ ही हत्या करने के मामले में पुलिस ने अब घटना के 14वें दिन खुलासा कर दिया है। इसमें छतरपुर जिले के रहने वाले दो आरोपितों ने घटना को अंजाम देने की बात स्वीकारी।
आरोपित बड़ागांव धसान में किराए के मकान में रहता था और रेकी करने के बाद वारदात को अंजाम देता था, जिसमें वृत्तिचंद्र जैन के घर में दंपती को अकेला पाकर वारदात को अंजाम दिया। आईजी सागर प्रमोद वर्मा ने घटना को लेकर 30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
वृत्तिचंद्र जैन की मौत होने के बाद महिला को बेहोशी की हालत में बदमाश छोड़ गए। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची, जहां पर जांच पड़ताल के बाद घायल महिला को तुरंत अस्पताल ले जाया गया।अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध पुलिस ने धारा 331(7), 331(8),109,103, 307, 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच लिया। साथ ही साक्ष्य के आधार पर लूट की धारा 309(2) बीएनएस बढ़ाई गई।
आरोपितों में रूपेश उर्फ अंकित पटेरिया पुत्र कैलाश पटेरिया(32)निवासी कछियाखेरा ग्राम बूदोर थाना भगवां जिला छतरपुर और दीपक पुत्र बारेलाल कुशवाहा (26) निवासी बूदोर थाना भगवा जिला छतरपुर शामिल हैं। मुख्य आरोपित अंकित पटेरिया बड़ागांव में किराए के मकान में रहता था।
चोरी की घटना को अंजाम देने के लिए क्षेत्र में लगातार रेकी कर रहा था। घटना को अंजाम देने से पहले उसने मृतक वृत्तिचंद जैन के घर की रेकी की और पता लगाया कि बुजुर्ग दंपती अकेले रहते हैं। फिर उसने अपने साथी दीपक कुशवाहा के साथ मिलकर घटना के दिन मृतक के घर में छत से प्रवेश किया।
उनके इरादे चोरी करने के थे, लेकिन जब बुजुर्ग वृत्तिचंंद्र जाग गए और उन्हें पहचान लिया, तो आरोपितों ने वृत्तिचंद्र जैन और उनकी पत्नी पर सब्बल से हमला कर दिया और लूट की घटना को अंजाम दिया।घटना के बाद 30 हजार रुपये का इनाम घोषित होने के चलते मुखबिर भी सक्रिय हो गए थे।