नईदुनिया प्रतिनिधि शिवपुरी/पिछोर: पिछोर कृषि उपज मंडी में व्यापारियों द्वारा मूंगफली के औने-पौने दाम लगाने पर किसान ने अपनी उपज बेचने से मना कर दिया। यह बात पिछोर कृषि उपज मंडी में व्यापारियों को इस हद तक नागबार गुजरी की व्यापारियों ने किसान की मारपीट कर दी। किसान की मारपीट से नाराज मंडी आए किसानों ने मंडी के बाहर सड़क पर चक्काजाम कर दिया। यह चक्काजाम करीब तीन घंटे तक लगा रहा।
जानकारी के अनुसार कृषि उपज मंडी पिछोर में बुधवार की सुबह जब व्यापारियों ने किसानों की मूंगफली की बोली लगाना शुरू की तो नियोजित तरीके से औने-पौने दाम लगाकर 2200 रुपये क्विंटल का भाव लगाया, जिस पर खैरा से आए किसान राधेलाल लोधी ने अपनी मूंगफली बेचने से मना कर दिया। किसान के इंकार करने से नाराज व्यापारियों ने किसान की मारपीट कर दी।
किसान की मारपीट से अन्य किसान भी नाराज हो गए और सभी ने व्यापारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर मंडी के बाहर सड़क पर चक्काजाम कर दिया। करीब तीन घंटे तक चक्काजाम के चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके बाबजूद भी न तो मंडी प्रबंधन किसानों से बात करने की जहमत उठाई, न ही तहसीलदार और एसडीएम ने किसानों की बात सुनी। किसानों का आरोप है कि उन्हें पुलिस ने जबरन सड़क से उठा दिया।
किसानों का आरोप है कि उन्हें मंडी में तीन से चार दिन हो गए हैं। व्यापारी मंउी में सिर्फ नाम के लिए बोली लगाते हैं, इसके बाद रात को मंडी व्यापारी आते हैं और किसानों की मजबूरी का फायदा उठाकर उल्टे-सीधे दामों में फसल खरीदते हैं। इस बात की शिकायत कई बार मंडी प्रबंधन को की जा चुकी है, परंतु मंडी प्रबंधन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। किसानों का आरोप है कि व्यापारी और प्रशासन सांठ-गांठ कर किसानों का शोषण कर रहे हैं।
यहां बताना होगा कि पिछोर एक मात्र मंडी नहीं है, जहां पर किसानों का शोषण किया जा रहा हो। इससे पहले खनियाधाना कृषि उपज मंडी में भी इसी तरह के आरोपों के साथ चक्काजाम किया था। इसके अलावा करैरा कृषि उपज मंडी करैरा में भी किसानों पर फसल के औने-पौने दाम लगाने का आरोप लगाते हुए किसानों ने चक्काजाम कर दिया था। इसके बाबजूद प्रशासन व्यापारियों पर लगाम करने के लिए किसी तरह का ध्यान नहीं दे रहा है।