शिवपुरी। नईदुनिया प्रतिनिधि
शुक्रवार को बाल कल्याण समिति के सामने एक अजीब मामला पहुंचा। यहां एक मां ने अपने गोद दिए बेटे को वापस ले लिया, लेकिन बच्चा उसे पहचनता ही नहीं था। सालों बाद जब महिला अपने बेटे से मिली और उसने पहचानने से इंकार कर दिया तो वह उसे जबर्दस्ती अपने साथ ले जाने लगी। बच्चा अपनी असली मां के घर जाने तैयार नहीं था। इस पर बच्चे की मां उसे चौराहे पर ही पीटने लगी। जब आसपास के लोगों ने यह देखा तो उन्हें संदेह हुआ और मामला बाल कल्याण समिति में पहुंच गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार की दोपहर एक महिला अस्पताल चौराहे के पास एक सात साल के बच्चे को पीट रही थी और बच्चा जोर-जोर से रो रहा था। वहां से गुजर रहे अजय शर्मा निवासी श्रीराम कॉलोनी ने यह देखा तो उसे संदेह हुआ कि बच्चा चोर गिरोह तो नहीं हे। इसके बाद अजय ने बच्चे से पूछताछ की। महिला उसे अपना बच्चा बता रही थी जबकि बच्चे ने कहा कि वह उस महिला (आरती) को पहचानता ही नहीं है। इसके बाद दोनों को बाल कल्याण समिति के पास भेज दिया। यहां आरती ने बताया कि उसकी मुंहबोली बहन की बेटी इंदौर में रहती है। उसके यहां पर कोई संतान नहीं थी तो मैंने अपना बेटा गोद दे दिया था। हालांकि इसके लिए कोई कागजी कार्रवाई नहीं हुई थी। आरती ने बताया कि उसे रह रहकर अपने बेटे की याद आती थी इसलिए अपना बेटा वापस मांग लिया। जिस महिला ने बेटे को गोद लिया था वह शुक्रवार को ही इंदौर से आकर उसे आरती के पास छोड़ गई। यहां बच्चा आरती को पहचान नहीं पाया और वह उसे पीटने लगी। इतने में ही आरती की मुंहबोली बहन और उसकी बेटी भी वहां पहुंच गई। उसे देखते ही बच्चे ने कह दिया कि मेरी मां तो यह है। फिलहाल संदिग्ध स्थिति को देखते हुए बच्चे को चाइल्डलाइन को सौंप दिया गया है। वहीं दोनों महिलाओं को पूछताछ के लिए कोतवाली पुलिस अपने साथ ले गई है।