नईदुनिया प्रतिनिधि, शिवपुरी। शिवपुरी जिला अस्पताल में सोमवार की शाम एक ग्रामीण महिला ने अवैध वसूली करने वाले 108 एम्बुलेंस के चालक की जमकर मारपीट कर दी। महिला द्वारा मामला उजागर किए जाने के बाद एम्बुलेंस के चालक ने भी अवैध रूप से प्रसूता को अस्पताल से घर तक छोड़ने के एवज में पैसा वसूलने की बात स्वीकार की। इतना ही नहीं बाद में उसने एम्बुलेंस के मालिक को बुलाकर अवैध रूप से लिया हुआ पैसा वापिस भी करवाया। जिला अस्पताल परिसर में 108 एम्बुलेंस के चालकों द्वारा की जा रही अवैध वसूली थमने का नाम नहीं ले रही है।
जानकारी के अनुसार नदनवारा निवासी महिला भानकुंवर जाटव की बेटी अवधेश पत्नी बलवीर अहिरवार निवासी पहाड़पुर व बहू नेहा पत्नी मानिकराम जाटव निवासी नदनवारा को प्रसव के लिए जिला अस्पताल भर्ती करवाया गया था। ननद व भाभी को 19 जुलाई को प्रसव हुआ।
नेहा को सामान्य प्रसव हुआ और उसे 21 जुलाई को जिला अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। जब प्रसूता नेहा को जिला अस्पताल से नदनवारा छोड़ने की बात आई तो नि:शुल्क सेवा प्रदान करने वाली 108 एम्बुलेंस क्रमांक सीजी04 एनएस 7446 के चालक सोनू जाटव ने प्रसूता को गांव तक छोड़ने के बदले भानकुंवर से एक हजार रुपये की मांग की।
भानकुंवर ने सोनू को पैसे देकर अपनी बहू को गांव भिजवा दिया। भानुकुंवर के बेटी अवधेश अहिरवार के यहां सीजर से प्रसव हुआ था, इसलिए उसे 22 जुलाई को डिस्चार्ज किया गया। भानकुंवर के पास दोबारा से सोनू जाटव आया और बेटी को घर तक छोड़ने के एवज में एक हजार रुपये की मांग की।
भानकुंवर ने जब इस पर नाराजगी जताई और तेज आवाज में बात की तो एम्बुलेंस का चालक सोनू उसे एम्बुलेंस के अंदर ले गया और उसे बहलाफुसला कर एक हजार रुपये ले लिए। भानकुंवर को जब यह अहसास हुआ कि जब यह एम्बुलेंस सरकारी है और मुफ्त में उन्हें घर तक छोड़ने आने की योजना है तो वह पैसे क्यों दे।
बस यहीं से पलटकर भानकुंवर ने सोनू जाटव का गिरेबान पकड़ लिया और उससे अवैध रूप से पैसे मांगने पर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। महिला ने सोनू जाटव से दो हजार रुपये वापिस मांगना शुरू कर दिए । इसके बाद सोनू ने एम्बुलेंस के मालिक को बुलवाकर महिला के पैर छूकर पैसे वापिस किए और कान पकड़ कर माफी मांगी तथा यह वादा किया कि वह दोबारा किसी से पैसे नहीं मांगेगा। इसके बावजूद सोनू जाटव ने बहू को छोड़ने के एवज में लिए एक हजार रुपये तो महिला को वापस ही नहीं किए।
500 रुपये के कारण बिगड़ी बात, हुआ खुलासा
भानकुंवर ने नईदुनिया से बात करते हुए बताया कि एम्बुलेंस के चालक सोनू जाटव ने कल ही उससे एक हजार रुपये लिए थे, इसलिए उसने साेनू जाटव से कहा कि वह आज 500 रुपये ले ले, परंतु सोनू जाटव एक हजार रुपये की जिद पकड़ गया, जिस पर विवाद बढ़ गया। अगर सोनू जाटव चुपचाप से 500 रुपये रख लेता तो शायद इस मामले का खुलासा ही नहीं होता। इस पूरे गोरखधंधे में एम्बुलेंस के मालिकों सहित 108 के स्थानीय स्टाफ की भूमिका भी संदिग्ध है। लगातार मामले उजागर होने के बाबजूद वह अवैध वसूली पर लगाम नहीं कस पा रहे हैं।
बीच में उतारने की देते हैं धमकी
प्रसूता नेहा के पति ने बताया कि अगर एम्बुलेंस के चालकों को प्रसूताओं को घर तक छोड़ने के एवज में मांगे गए पैसे देने में आनाकानी करते हैं तो यह चालक उन्हें बीच रास्ते में उतार देने की धमकी भी देते हैं। उसके अनुसार कई ग्रामीणाें के साथ एम्बुलेंस के चालकों ने ऐसा किया भी है कि वह प्रसूता को आधे-अधूरे रास्ते में छोड़कर भाग आए हैं।
जिला अस्पताल में जब भी इस तरह की शिकायत मेरे पास आती है तो मैं कार्रवाई करवाता हूं। इससे पहले मैं दो लोगों पर कार्रवाई करवा चुका हूं और इस मामले का भी अगर को वीडियो अथवा कोई सबूत है तो मुझे उपलब्ध करवाएं। मैं एमडी मेडम तक भिजवा कर वाहन और वाहन चालक पर कार्रवाई करवाऊंगा।
डाॅ बीएल यादव, सीएस, जिला अस्पताल