श्योपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कूनो नेशनल पार्क में चीतों के रहवास देखने के लिए नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से आई टीम यहां की तैयारियों और सुरक्षा से संतुष्ट होकर वापस लौट गई है। हालांकि टीम ने कुछ कमियों को बताया है, जिसे प्रबंधक जल्द ही पूरा कर लेगा। सबकुछ ठीकठाक रहा तो अगस्त के अंतिम या सितंबर के पहले सप्ताह में कूनो में चीतों की दहाड़ सुनाई देगी। शुक्रवार सुबह टीम राजस्थान के मुकुंदरा और फिर मंदसौद के गांधी सागर नेशनल पार्क में जाएगी। टीम यहां भी चीतों के रहवास के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लेगी।
यहां बता दें, कि मंगलवार को नामीबिया से विशेषज्ञ डा. लारी मार्कर, दक्षिण अफ्रीका से विंसेंट, डा. एड्रिन देहरादून भारतीय वन्य प्राणी संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. वायवी झाला और विपिन के साथ कूनो पार्क आ गए थे। मंगलवार को टीम ने चीतों के लिए बनाए गए बाड़े को सिर्फ बाहर से ही देखा था। जबकि बुधवार को वह बाड़े को अंदर से देखने पहुंचे थे। टीम को चार-पांच जगह छोटी-छोटी कमियां मिलीं, जिन्हें दूर करने के लिए डीएफओ पीके वर्मा से कहा। टीम को बाड़े में चीतों के पानी पीने के लिए बनाए गए जल स्त्रोंतों की संरचना काफी पसंद आए थे। प्रबंधन ने बाड़े में गजलर सिस्टम से पानी की स्त्रोत बनाए थे। मसलन तस्तरीनुमा बनाए गए पानी के स्त्रोत में गजलर सिस्टम (बोलनुमा) लगाया है, जैसे ही स्तोत्र से पानी कम होगा तो पानी स्वतः ही चालू हो जाएगा और भरने के बाद बंद हो जाएगा।
पूर्व सैनिक और ग्रामीणों से चर्चा की -
टीम ने कूनो की सुरक्षा में तैनात रिटायर्ड आर्मी के जवानों से चर्चा कर जाना कि वह किस तरह पार्क की सुरक्षा करते हैं। टीम ने वनरक्षकों से चर्चा कर उन्हें कुछ जरूरी टिप्स दिए। साथ ही पार्क में खुले मैदान और उसमें खड़ी रसगुल्ला व सुक्रा घास के मैदान देखे। टीम ने बताया है, कि चीता जरूरी नहीं, कि अपना शिकार दौड़ कर करें, बल्कि वह कभी-कभी छुपकर भी शिकार कर लेता है। टीम ने पार्क से सटे ग्रामीणों से चर्चा कर की।
टीम के सदस्य पहले भी आ चुके हैं कूनो -
कूनो डीएफओ पीके वर्मा के मुताबिक नामीबिया से आई डा. लारी मार्कर वर्ष 2011 में भी कूनो आ चुके हैं, तब कूनो में गिर शेर लाने की चर्चा चल रही थी। जबकि दक्षिण अफ्रीका से आए डा. विसेंट अप्रैल 2021 को कूनो में आए थे। ऐसे में टीम में आए विशेषज्ञ कूनो की भौगोलिक स्थिति से पहले ही परिचित थे। टीम के सदस्य तैयारियों से संतुष्ट होकर गए हैं।
यहां भी जाएगी टीम -
बताया जाता है, कि अफ्रीका से आई टीम पहले राजस्थान के मुकुंदरा नेशनल पार्क जाएगी। यहां से मप्र के मंदसौर जिले के गांधी सागर नेशनल पार्क और फिर सागर के नौरादेही पार्क का भ्रमण करेगी। इसके बाद टीम दिल्ली जाएगी और यहां से दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हो जाएगी।
वर्जन -
अफ्रीका से आई शुक्रवार सुबह राजस्थान के लिए निकल गई है। टीम कूनो में चीते जाने की तैयारियाों से संतुष्ट लगी है। सबकुछ ठीक रहा तो अगस्त के अंतिम या सितंबर के पहले सप्ताह में चीते कूनो में आ जाएंगे।
पीक वर्मा, डीएफओ कूनो नेशनल पार्क।