श्योपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। कूनो-पालपुर नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीकी चीता नवंबर महीने तक आने की संभावनाएं हैं। ऐसे में वनविभाग और कूनो प्रबंधन ने भी तैयारियों में तेजी ला दी है। गुरुवार को 2 दिवसीय दौरे पर श्योपुर आए वनविभाग के प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल और मुख्य वन सरंक्षक वन्य प्राणी आलोक कुमार ने कूनो प्रबंधन को अगस्त महीने तक तार फेसिंग के अलावा अन्य काम कराने के निर्देश दिए हैं।
यहां बता दें, कि प्रमुख सचिव श्री वर्णवाल गुरुवार दोपहर को श्योपुर आए थे। प्रमुख सचिव के साथ सीसीएफ ग्वालियर शशि मलिक, सीसीएफ लॉयन प्रोजेक्ट सीएस नेनामा भी आए थे। प्रमुख सचिव ने गुरुवार को पार्क के पालपुर क्षेत्र में गए, जहां चीतों की बसाहट की जाएगी। प्रमुख सचिव ने डीएफओ कूनो पीके वर्मा से कहा कि अफ्रीकी ीचीते नवंबर महीने के अंत तक कूनो में आ जाएंगे। इसलिए तैयारियों में तेजी लाएं।
यह काम कराने के दिए निर्देश :
प्रमुख सचिव श्री वर्णवाल ने डीएफओ वर्मा को पालपुर क्षेत्र में जिस रेंज में चीतों को बसाया जाएगा वहां तार फेसिंग का काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही चार-पांच जगह ऊंचे वॉच टॉवर, हाई जूम क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरों के अलावा लाइटिंग कराने के लिए कहा। साथ ही घास मैनेजमेंट, मैदानों में मौजूद कुओं को जाली लगाकर बंद करने, मैदानों में अवरोध बनने वाली खंतियों की भराई और कंटीली झाड़ियों की छंटाई करने के भी निर्देश दिए हैं। प्रमुख सचिव वर्णवाल शुक्रवार दोपहर बाद शिवपुरी के लिए रवाना हो गए थे।
748.7618 वर्ग किमी एरिया में फैला है पार्क :
कूनो डीएफओ वर्मा के मुताबिक जिले में वर्ष 1996 में कूनो सेंचुरी अस्तित्व में आई थी। उस समय इसका एरिया 344.686 वर्ग किलोमीटर था। सिंतबर 2016 में मप्र सरकार के पास एक प्रस्ताव भेजा, जिसमें कूनो को नेशनल पार्क का दर्जा दिए जाने की मांग की। कूनो का क्षेत्रफल 404.0758 वर्ग किलोमीटर और बढ़ा दिया गया। यानी कूनो का क्षेत्रफल अब 748.7618 वर्ग किलोमीटर हो गया है।
वर्जन :
प्रमुख सचिव 4 सदस्यीय टीम के साथ कूनो पार्क में आए थे। पार्क में तार फेसिंग सहित अन्य कामों में तेजी लाने के लिए कहा है। अगर सब कुछ ठीकठाक रहा तो नवंबर महीने में अफ्रीकी चीते पार्क में दौड़ते नजर आएंगे।
पीके वर्मा, डीएफओ कूनो-नेशनल पार्क श्योपुर।