Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में डिप्टी इंजीनियर ने औवेसी को बताया पिछले जन्म का सखा, मिला नोटिस
सुसनेर जनपद पंचायत के उपयंत्री ने ओवैसी को दोस्त तो मोहन भागवत को बताया शकुनी मामा।जिला पंचायत सीईओ ने जारी किया कारण बताओ सूचना पत्र।
By Hemant Kumar Upadhyay
Edited By: Hemant Kumar Upadhyay
Publish Date: Sun, 10 Oct 2021 06:50:43 PM (IST)
Updated Date: Mon, 11 Oct 2021 01:02:45 PM (IST)
सुसनेर (आगर मालवा) (नईदुनिया न्यूज)। अपने बयानों को लेकर क्षेत्र में हमेशा चर्चा में रहने वाले जनपद पंचायत सुसनेर में पदस्थ उपयंत्री राजकुमार यादव एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उन्होंने रविवार को अवकाश के लिए जनपद पंचायत सीईओ पराग पंथी को एक पत्र लिखा है, जिसमें आरएसएस प्रमुख मोहन राव भागवत को पूर्व जन्म का शकुनी मामा और खुद को एआइएमआइएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को अपना सखा महाभारत का नकुल बताया है।
पत्र के बाद आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है तथा कार्रवाई की मांग की है। इधर जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डीएस रणदा ने पदीय दायित्वों में अनुशासनहीनता बरतने पर जनपद पंचायत सुसनेर के संविदा उपयंत्री (मनरेगा) राजकुमार यादव की संविदा समाप्ति की कार्रवाई हेतु कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर जवाब तलब किया है।
यादव द्वारा सीईओ पराग पंथी को दिए आवेदन में बताया कि मैं जनपद पंचायत में उपयंत्री के पद पर पदस्थ हूं तथा रविवार को जनपद के किसी भी कार्य में उपस्थित नहीं हो पाऊंगा, क्याेंकि कुछ दिनों पूर्व मुझे आभास हुआ है कि आत्मा अमर होती है। मुझे अपने पिछले जन्म का भी आभास हुआ है। असदुद्दीन ओवैसी मेरे पिछले जन्म के सखा नकुल थे और मोहन भागवत शकुनी मामा इसलिए मैं जीवन को जानने के लिए गीता पाठ करना चाहता हूं। मैं प्रत्येक रविवार को अपने अंदर के अहंकार को मिटाने के लिए गेहूं का दाना घर-घर जाकर भीख मांग कर एकत्रित करूंगा। यह मेरी आत्मा का सवाल है। इधर उक्त आवेदन के सामने आने के बाद विभाग के अधिकारी कार्रवाई की बात कह रहे हैं। आरएसएस के पदाधिकारी व स्वयसेवकों में भी इसे लेकर गुस्सा है।
उपयंत्री यादव को कारण बताओ सूचना पत्र जारी
सीईओ रणदा द्वारा जारी सूचना पत्र अनुसार उपयंत्री राजकुमार यादव द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत निर्माण कार्यों का मूल्यांकन समय पर नहीं करने से निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों को समय पर मजदूरी नहीं मिल पाती है व क्षेत्रान्तर्गत ग्राम पंचायतों का वार्षिक लेबर बजट के विरुद्ध प्रगति नगण्य है। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर आपत्तिजनक भाषा का उपयोग किया है व आपत्तिजनक वीडियो अपलोड किया गया, जो कार्यालय की गोपनीयता भंग करने की श्रेणी में आता है। उपयंत्री की कार्यशैली पद के अनुरूप नहीं है। जिला पंचायत द्वारा पूर्व में जारी कारण बताओ सूचना पत्र का जवाब प्रस्तुत नहीं करने आदि सभी कृत्य पदेन दायित्वों के प्रति गंभीर लापरवाही व संविदा सेवा शर्तों के विरुद्ध कदाचार प्रदर्शित करता है।
सीईओ द्वारा उपयंत्री यादव को मध्यप्रदेश राज्य रोजगार गारंटी परिषद भोपाल एवं मध्यप्रदेश शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग भोपाल पत्र में जारी संविदा हेतु निर्देश एवं सेवा शर्तों के अधीन कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर 11 अक्टूबर की अपरान्ह तीन बजे समक्ष में उपस्थित होकर उत्तर प्रस्तुत करने को कहा है। जवाब प्रस्तुत न करने की दशा में एक पक्षीय संविदा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व में विवादित वीडियो आया था सामने
एक वर्ष पूर्व सिंधिया समर्थक विधायकों के इस्तीफे के बाद हुए उपचुनाव के दौरान भी उपयंत्री राजकुमार यादव का एक विवादित वीडियो सामने आया था, जिसमें उपयंत्री ने उपचुनाव में मनुवादियों को टिकट देने सहित जातिगत टिप्पणी की थी। इसके बाद बड़ा बवाल मचा था, लेकिन उस समय भी संबंधित उपयंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
इनका कहना है
जनपद पंचायत सुसनेर में पदस्थ उपयंत्री राजकुमार यादव द्वारा रविवार को अवकाश के लिए जनपद सीईओ को दिए आवेदन में अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया गया है। इस तरह का व्यवहार आचरण नियम के अंतर्गत नहीं आता है। उक्त कर्मचारी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
- दत्तुसिंह रणदा, सीईओ, जिला पंचायत, आगर-मालवा
उपयंत्री राजकुमार यादव ने अवकाश का आवेदन दिया है, इसे लेकर जिला पंचायत सीईओ व कलेक्टर को अवगत करवा दिया है। मामले में वरिष्ठ अधिकारियों से प्राप्त निर्देशोंके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
-पराग पंथी, सीईओ, जनपद पंचायत, सुसनेर
हां, लिखा है पत्र
मेरे द्वारा अवकाश का आवेदन दिया गया है। रविवार को मैं एक-एक घर से गेहूं का एक-एक दाना मांग कर खाऊंगा। आत्मा अमर होती है। आत्मा मरती नहीं है। रविवार के दिन अधिकारी मुझे कोई काम नहीं बताएं, इस वजह से मैंने अधिकारियों को पत्र दिया है।
-राजकुमार यादव, उपयंत्री, जनपद पंचायत, सुसनेर