नईदुनिया प्रतिनिधि, शहडोल: जंगली जानवरों का शिकार करने के लिए फैलाए गए करंट से दो सगे भाइयों की मौत हो गई है। घटना शुक्रवार की देर शाम ब्यौहारी तहसील के खड्डा गांव में लोढ़ाधार नाले के पास हुई। बड़े भाई कैलाश की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि छोटे भाई छोटू ने उपचार के दौरार सिविल अस्पताल ब्यौहारी में शनिवार की सुबह दम तोड़ा। पुलिस ने मामला दर्ज कर घटनास्थल से वह तार भी जब्त किया, जिसमें फैलाए गए करंट से दोनों की मौत हुई। ब्यौहारी थाना प्रभारी अरुण पांडे ने बताया कि तार किसने फैलाए, पुलिस इसकी जांच कर रही है।
दोनों भाई अपने खेत से जंगल के रास्ते घर वापस आ रहे थे, तभी खुले तार में फैल विद्युत करंट से झुलस गए।पुलिस के अनुसार जिस रास्ते से दोनों भाई आ रहे थे, वहां जंगल जानवरों को मारने के लिए खुले जीआई तार मेें कंटर फैलाया गया था। थाना प्रभारी अरुण पांडे बताया कि दो भाइयों की मौत मामले पर मर्ग कायम कर विवेचना की जा रही है। करंट किसने लगाया है, अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है जांच जारी है।
जिले की सीमा बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व एवं संजय गांधी टाइगर रिजर्व से लगी होने की वजह से यहां जंगली जानवरों का आना-जाना बना रहता है। शिकार के लिए आए दिन जंगलों में करंट फैलाया जाता है। एक माह में जंगली जानवरों के लिए फैलाए गए करंट चार लोगों की मौत हो गई है।
हाल ही में पहली घटना गोहपारू थाना क्षेत्र के उमरिया गांव में हुई थी, इसके बाद देवलौंद थाना क्षेत्र में जंगली जानवरों के शिकार के फैलाए गए करंट में झुलस कर युवक की मौत हुई थी। युवक का शव छुपाने के लिए पत्थरों से बांधकर आरोपितों ने नदी में फेंक दिया था। बाद में इस मामले पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। अब ब्यौहारी में दो सगे भईया की मौत ने वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मुझे आज की घटना का पता नहीं है,जानकारी लेता हूं। इसके बाद सभी घटनाओं की समीक्षा करुंगा कि आखिर इस तरह की घटनाएं क्यों बढ़ रही हैं। मै अभी शहडोल आया हूं, विभागीय अमले को बुलाकर समीक्षा कर इस रोक लगाने के प्रयास होंगे। इस तहर की घटनाएं बहुत दुखद हैं।
-अजय कुमार पांडेय,सीसीएफ वन वृत्त शहडोल