शहडोल, नईदुनिया प्रतिनिधि। पुलिस अधीक्षक अवधेश गोस्वामी ने गुम मोबाइल की बढ़ती हुई घटनाओं को देखते हुए जिले में एक विशेष साइबर सेल की स्थापना की है। इस साइबर सेल ने 55 मोबाइल बरामद किए हैं जिनकी कीमत 10 लाख रुपये के आसपास है। पुलिस अधीक्षक की पहल पर जिनके मोबाइल गुम हो गए थे उनके मोबाइल वापस भी कर दिए गए हैं। अब तक की इस तरह की यह पहली कार्रवाई है।
विशेष टीम बनाई : पुलिस अधीक्षक ने मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम में एक प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देते हुए कहा है कि जिले में आए दिन मोबाइल गुम होने की घटनाएं बढ़ रही थी गुम मोबाइल की तलाश के लिए एक विशेष साइबर टीम बनाई है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश वैश्य एवं डीएसपी सुश्री सोनाली गुप्ता के मार्गदर्शन में अलग-अलग स्थानों से गुम हुए मोबाइल की शिकायत पत्रों पर ध्यान देते हुए कई कंपनी के 55 मोबाइल बरामद किए गए हैं। जिनकी कीमत 10 लाख से अधिक है। साइबर सेल ने अलग-अलग स्थानों से उन व्यक्तियों को ट्रेस किया जो गुमशुदा फोन के लावारिस हालत में मिलने पर उसका उपयोग कर रहे थे इनके कब्जे से मोबाइल बरामद किए गए और फिर जिनके मोबाइल गुम हुए थे उनकी सूची बनाकर उन्हें फोन करके पुलिस कंट्रोल रूम में बुलाकर मीडिया के सामने मोबाइल वापस किए गए।
पुलिस अधीक्षक ने दी है मोबाइल मैकेनिकों को चेतावनी : पुलिस अधीक्षक अवधेश गोस्वामी ने मोबाइल दुकानदारों तथा मोबाइल मैकेनिकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि आज के बाद यदि कोई भी चोरी हुआ मोबाइल किसी अपराध में जब्त होता है तो उसके साथ जिसने भी छेड़छाड़ की है उस मैकेनिक और उस दुकानदार के खिलाफ भी वही कार्रवाई की जाएगी जो संबंधित घटना में आरोपित के साथ होगी। एसपी ने कड़े शब्दों में कहा है कि यह बड़े गंभीर अपराध श्रेणी में आता है। एसपी ने कहा कि मोबाइल दुकानदार चोरी का मोबाइल या गुमशुदा मोबाइल या गंभीर अपराध में प्रयुक्त मोबाइल का मदरबोर्ड बदल देते हैं और आइएमईआइ नंबर को बदल देते हैं यह बहुत ही गंभीर घटना है इन के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया जाएगा और इस तरह से विशेष मुहिम चलाई जाएगी।
कंट्रोल रूम में बुला कर दिए मोबाइल : मोबाइल धारकों को एसपी ने अपने हाथों से पुलिस कंट्रोल रूम में मोबाइल प्रदान किए जिसकी प्रशंसा मोबाइल धारकों ने की है। साइबर सेल प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक स्वतंत्र सिंह, प्रधान आरक्षक प्रशांत सोनी, आरक्षक सत्य प्रकाश मिश्रा, राज कुमार मरावी, प्रकाश द्विवेदी, महिला आरक्षक देवी सिंह एवं प्रियंका चौहान की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पुलिस अधीक्षक ने इनको पुरस्कृत भी किया है ।
इन लोगों के गुम हुए थे मोबाइल जिन्हें वापस दिए गए : पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक ने जिन लोगों के मोबाइल गुम हो गए थे उनको मोबाइल वापस किए हैं। जिनमें संपत चौधरी रस मोहिनी, गोविंद काल पचगांव, रामचंद्र बैगा पतासी, पूनम केवट शहडोल, प्रीतम दास अमलाई, दिलीप बैगा सुहागपुर, नवीन चक्रवर्ती शहडोल ,राकेश सोंधिया शहडोल, देवबती गोहारू, मीना शर्मा शहडोल ,जितेंद्र धुर्वे शहडोल, राजू बाबू केवट धनपुरी, तीरथ बैगा कोटमा, महेश कुमार मीणा रेलवे कॉलोनी, दिलीप कुमार वर्मा ब्यौहारी कमलेश यादव जैतपुर, पुष्पेंद्र सिंह गो पारू, सुनील कुमार गुप्ता पडमनिया, जगदीश रजक कोयलारी फाटक, शरद पांडे बुढार, अयोध्या तिवारी जैतपुर, मुकेश कुमार, मोहम्मद शहडोल, प्रकाश यादव शहडोल, रामदेव पटेल जयसिंह नगर, रमाकांत मिश्रा बाणगंगा कॉलोनी, कविता सोनी बुढार, मुकेश नागबानी हरे माधव कालोनी अमलाई, रवि प्रकाश चौधरी शहडोल, साहेब खान सुहागपुर, आरक्षक अभय थाना जैसीनगर, अलका पांडे बुढार, अमित गवली डिंडोरी, रागिनी पट्टा सुहागपुर, ब्रिज मोहन द्विवेदी धनपुरी, इसहाक खान, विनोद ड्राइवर शहडोल, सोनी निवासी धनपुरी, सौरभ जायसवाल पटेल नगर शहडोल, दीपक सोनी, करण सिंह कोटमा, काजू जायसवाल रीवा, अजय पाल शहडोल, परमानंद शर्मा केशवाही, आयुष गुप्ता शहडोल, तीरथ रैदास जयसिंह नगर, रत्ना गुप्ता धनपुरी, दुर्गा तिवारी कोतवाली, प्रतीक सिंह सुहागपुर, दिवाकर गौतम पुलिस लाइन, कमलेश यादव कोटमा, शशि सिंह जमुई, विनय चतुर्वेदी, पंकज केवट पटेल नगर और अशफाक खान रीवा होटल के पास शहडोल के मोबाइल गुम हो गए थे जिन्हें वापस मिल गए हैं।