Shahdol MP Himadri Singh: विनोद कुमार शुक्ला, शहडोल। पहली बार वर्ष 2019 में भाजपा के टिकट पर सांसद चुनी गईं हिमाद्री सिंह का पूरा परिवार कांग्रेसी रहा है। पिता दलबीर सिंह कांग्रेस से सांसद और मंत्री रहे। मां राजेश नंदनी भी कांग्रेस से सांसद थीं लेकिन हिमाद्री सिंह विवाह के बाद भाजपा नेता के परिवार में आ गईं। उन्होंने सितंबर, 2017 में भाजपा नेता नरेंद्र मरावी से शादी की।
हिमाद्री सिंह मानती हैं कि शादी के बाद हर लड़की के जीवन में एक बदलाव आता है और वही उनके साथ भी हुआ। लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रत्याशी बनना उनके लिए दिवास्वप्न के साकार होने जैसा ही था। वह पीएम नरेन्द्र मोदी से शहडोल में हुई चुनावी रैली में मिलीं। हालांकि यह संक्षिप्त और औपचारिक मुलाकात थी।
पहली बार सांसद बनकर लोकसभा में जाना उनके लिए निश्चित रूप से उत्साहजनक रहा। उन्हें संसद भवन में पीएम मोदी से मिलने का अवसर मिला। उस समय पीएम मोदी ने हिमाद्री सिंह का हाल-चाल पूछा और कुछ देर तक बातचीत भी की। हिमाद्री बताती हैं कि वह पल इतना अद्भुत था कि उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
आदिवासी समाज से आने वाली हिमाद्री सिंह उच्च शिक्षित हैं। शहडोल लोकसभा क्षेत्र में आदिवासी समाज के मतदाताओं की बहुलता भी है। हिमाद्री सिंह बताती हैं कि यह तो तय था कि वह राजनीति में आएंगी क्योंकि उनके माता-पिता दोनों इसी क्षेत्र में सक्रिय थे, लेकिन इतना जल्दी सब कुछ हो जाएगा, यह नहीं सोचा था।
भाजपा में शामिल होने से पहले कांग्रेस से उपचुनाव लड़ा था, जिसमें हार मिली। कांग्रेस से दोबारा भी अवसर मिल रहा था क्योंकि कांग्रेस के पास उनका विकल्प आज भी नहीं है। इसी बीच भाजपा नेता नरेंद्र मरावी से शादी होने के बाद ऐसी स्थिति बन गई कि वह भाजपा की होकर रह गईं।
मार्च, 2023 में हिमाद्री सिंह ने पीएम मोदी से प्रधानमंत्री कार्यालय में मुलाकात की तो उनके साथ तीन वर्षीय पुत्री गिरीशा सिंह भी थी। गिरीशा से पीएम मोदी ने पूछा था कि मैं कहां नौकरी करता हूं तो बच्ची ने भी बिना देर किए तत्काल जवाब दिया कि आप तो पार्लियामेंट में नौकरी करते हैं। यह सुनकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुस्कुरा उठे।