शहडोल, नईदुनिया प्रतिनिधि। बनारस से शहडोल पहुंची पुलिस की टीम खाली हाथ वापस लौट गई है। बता दें कि आज से करीब 24 बरस पहले 27-28 फरवरी 1997 को थाना कोतवाली शहडोल पुलिस की अभिरक्षा में बनारस के ट्रक चालक की हुई संदिग्ध मौत से जुड़े मामले में फरार चल रहे कोतवाली में पदस्थ रहे तत्कालीन पुलिसकर्मियों व शहडोल के ट्रांसपोर्ट व्यवसायी का गिरफ्तारी वारंट लेकर उन्हें गिरफ्तार करने बनारस से पुलिस टीम शहडोल पहुंची थी। ट्रक चालक ओमप्रकाश गुप्ता निवासी ग्राम कुंवरबाजार थाना फूलपुर जिला बनारस की संदिग्ध मौत के मामले में उत्तर प्रदेश के बनारस में कोतवाली शहडोल के तत्कालीन थाना प्रभारी आर राजन (रिटायर्ड डीएसपी), निरीक्षक शंखधर द्विवेदी, शेरअली, जगत सिंह समेत चार पुलिसकर्मी बनारस जेल में पिछले तीन माह से अधिक समय से बंद हैं। जबकि अन्य आरोपित पुलिसकर्मी उदयभान सिंह, सुरेश सिंह बघेल समेत शहडोल के ट्रांसपोर्ट व्यवसायी सुरेशचंद्र अग्रवाल व महेशचंद्र अग्रवाल के खिलाफ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बनारस के कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। जिसकी तामील के किए बनारस से एक पुलिस टीम इन फरार आरोपितों की तलाश में शहडोल आई थी।
ठिकानों में जा रही पुलिस : फरार आरोपितों में दो पुलिसकर्मियों के रिटायर हो जाने और ट्रांसपोर्ट व्यवसायी सुरेशचंद्र अग्रवाल की मृत्यु हो गई है जिसकी जानकारी बनारस पुलिस को मिली है। रिटायर्ड पुलिसकर्मी की गिरफ्तारी के लिए बनारस पुलिस की टीम इनके गृहग्राम व अन्य ठिकानों में पहुंच रही है। शहडोल से बनारस की टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा।
इनका कहना है :
बनारस जिले से एक पुलिस टीम किसी पुराने मामले में मंगलवार को कोतवाली आई थी लेकिन जिनके खिलाफ वारंट था उनमें से कोई भी अभी कोतवाली में वर्तमान में पदस्थ नहीं है।
- रत्नाम्बर शुक्ल, थाना प्रभारी कोतवाली