नईदुनिया, सिवनी (Seoni News)। पेंच टाइगर रिजर्व के अरी बफर वन परिक्षेत्र अंतर्गत मगरकठा बीट के कक्ष क्र. आरएफ 188 गेडीघाट जंगल में चार माह के एक बाघ शावक का शव रविवार सुबह गश्ती के दौरान वन अमले को मिला है।
वन अधिकरियों ने बताया कि मैदानी अमले द्वारा जंगल में लगाए गए कैमरों में बाघिन और उसके दो शावक के फोटो कैद हुई थी। इसलिए कमजोर बाघ शावक की भूखा होने से मौत होने का अनुमान है। डाग स्क्वायड व पैदल गश्ती में जंगल में कोई भी संदिग्ध परिस्थितियां वन अमले को नहीं मिली।
सूक्ष्म परीक्षण व पोस्ट मार्टम के लिए शावक शव को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव), मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक से अनुमति प्राप्त कर शव को आईस बाक्स में रखकर नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर भेजा गया है।
सूचना पर मौके पर पहुंचे पेंच टाइगर रिजर्व क्षेत्र संचालक, उपसंचालक, वरिष्ठ वन्यप्राणी चिकित्सक के अलावा डाग स्क्वायड दल व वन कर्मियों ने पूरे क्षेत्र में सूक्ष्म से निरीक्षण किया।
पेंच टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर रजनीश सिंह ने बताई काई बातें। बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बाघ शावक को मां ने कमजोर होने के कारण छोड़ दिया होगा।
वरिष्ठ वन्य प्राणी चिकित्सक अखिलेश मिश्रा ने बताया कि बाघों व अन्य बड़ी बिल्लियों में यह सामान्य व्यवहार है। जब वह किसी शावक को कमजोर पाते हैं, तो अन्य शावकों को स्वस्थ रखने व उनका भरण पोषण ज्यादा अच्छे से करने की दृष्टि से कमजोर शावक को अकेला छोड़ देते हैं। खाली पेट होने के अलावा शावक में कोई और चिह्न नहीं पाए गए हैं।