Seoni News: राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी, वर्षों से टूटे पड़े डिवाइडर, हाइ मास्क बंद
Seoni News: जबलपुर-नागपुर एनएच-44 में कई जगह पर मुख्य सड़क के डिवाइडर व क्रेस बैरियर टूट पडे हैं, जो हादसों का कारण बन रहे हैं।
By Rahul Raikwar
Edited By: Rahul Raikwar
Publish Date: Wed, 31 May 2023 05:20:08 PM (IST)
Updated Date: Wed, 31 May 2023 05:20:08 PM (IST)
Seoni News: सिवनी, नईदुनिया प्रतिनिधि। जबलपुर-नागपुर नेशनल हाइवे 44 में कई जगह पर मुख्य सड़क के डिवाइडर टूट पडे हैं। खाइ में गिरने से वाहनों को बचाने हाइवे सड़क पर किनारे लगी स्टील रैलिंग (क्रेस बेरियर) टूट पड़े हैं। इसके बावजूद हाइवे रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सड़क रखरखाव दल (पेट्रोलिंग पार्टी) दिन-रात कई बार दुघर्टना से हुए नुकसान, गड्ढों सहित सुरक्षा संबंधी खामियों को दूर करने फेरे लगाती रहती हैं।इसके बावजूद हाइवे में खामियां यथावत बनी हुई है, जिससे हादसों में वाहनों के क्षतिग्रस्त होने के साथ लोगों को अपना जीवन तक खोना पड़ जाता है। सवाल पेट्रोलिंग दल की इमानदारी और निगरानी करने वाले भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के अधिकारियों पर उठता है, जो सड़कों के सुरक्षा मानकों का भौतिक सत्यापन करने नहीं पहुंचते। इसका नतीजा है कि हाइवे पर हादसों की संख्या और मारने वालों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। जिन अधिकारियाें के कंधों पर हाइवे को सुरक्षित बनाने की जिम्मेदारी है, वे बेपरवाह दिख रहे हैं। बढ़ती दुघर्टनाओं व मौतों के बावजूद न तो उनका दिल पसीजता है न ही संवेदना जागती है। सारी जवाबदारी रखरखाव एजेंसी पर डाल एनएचएआइ के अधिकारी किनारे खड़े होते जाते हैं।
दूर नहीं हुई खामियां
सिवनी जिला मुख्यालय से लखनादौन मार्ग पर 40 किमी दूर घुनई व बंजारी घाटी में फोरलेन निर्माण में कई तरह की खामियां होने के कारण चालकों का वाहन से नियंत्रण खोने लगता है। चार अंधे मोड़ घुनई घाटी को और ज्यादा खतरनाक बना देते हैं, जिससे वाहनों के दुघर्टनाग्रस्त होने की संभावना दाेगुना हो जाती है। जबलपुर जाते समय बंजारी मंदिर के ठीक पीछे तेज ढलान वाहनों के लिए हादसे का कारण बनता है। घुनई घाटी में जबलपुर से सिवनी आते समय तेज ढलान के कारण सैकड़ों वाहन अनियंत्रित होकर डिवाइडर तोड़ते दुघर्टनाग्रस्त होकर कई लोगों की मौत का कारण बन चुके हैं। बंजारी व घुनई घाटी क्षेत्र में हो रहे लगातार हादसों के कारण सड़क में जगह-जगह गड्ढों की भरमार है। कुछ स्थानों पर तो सड़क पूरी तरह उखड़ चुकी है, जिसमें एनएचएआइ ने पेवर ब्लाक लगवा दिए हैं। हाइवे से गुजरने वाले वाहनों से टोल तो वसूला जा रहा हैं लेकिन सड़क की मरम्मत पर एनएचएआइ द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है।वाहन चालकों व अधिकारियों से चर्चा के साथ खबर दी जाएगी।
दो साल में 694 मौतें
सिवनी जिले की सीमा में जनवरी 2021 से मार्च 2023 तक राष्ट्रीय राजमार्ग व अन्य सड़कों पर कुल 2168 सड़क हादसे दर्ज किए गए हैं। इन हादसों में 694 लोगों को असमय जान गवानी पड़ी है। जबकि 2508 घायल हुए हैं। हर साल हादसों के साथ मौतों की संख्या में वृद्धि दर्ज की जा रही है।सबसे ज्यादा हादसे कोतवाली थाना क्षेत्र में दर्ज किए गए हैं। इसके बाद डूंडासिवनी, छपारा, बरघाट, कुरई, केवलारी, बंडोल, धूमा, लखनवाड़ा थाना क्षेत्रों में सबसे ज्यादा सड़क हादसे हर साल दर्ज हो रहे हैं।
इनका कहना है...
जहां-जहां भी सड़क में क्रेस बेरियर व डिवाइडर क्षतिग्रस्त हैं, उन्हें सुधारा जाएगा।हाइवे के सुरक्षा मानकों का ध्यान रखना पेट्रोलिंग दल की जिम्मेदारी बनती है। खराब हाइमास्क, क्रासिंग लाइट, वाहनों की अवैध पार्किंग, गड्ढों की मरम्मत सहित रखरखाव से जुड़ी अन्य खामियां को दूर करने का कार्य रखरखाव एजेंसी द्वारा हाइवे में नियमित रूप से किया जाता है। यदि ऐसा नहीं हो रहा है, तो संबंधित एजेंसी पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।-संजीव शर्मा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआइ छिंदवाड़ा