सीहोर, नवदुनिया प्रतिनिधि। लगातार बढ़ रही महंगाई ने घर चलाना मुश्किल कर ही दिया है, अब घर बनाने का सपना देखना भी आसान नहीं रहा है। सीमेंट के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। शहर में वर्तमान में ब्रांडेड कंपनी की सीमेंट के दाम 410 से 425 रुपये प्रति बोरी हो गए हैं। सीमेंट के बढ़ते दाम पर ब्रेक नहीं लग रहे हैं। इधर लोहे के दाम भी आसमान छू रहा है। जिससे कई लोगों ने अपने घर बनाने के सपने के बारे में सोचना ही बंद कर दिया है।
साल की शुरुआत में शहर में सीमेंट 340 से 350 रुपये प्रति बोरी बिक रही थी। 11 अप्रैल को ही सीमेंट के दामों में 35 रुपये की भारी भरकम वृद्धि की गई थी। 11 अप्रैल के बाद सीमेंट 400 रुपये प्रति बोरी बिकने लगी। 10 दिनों में 10 रुपये और बढ़ गए और अब दाम 410 रुपये हो गए। इसके बाद भी सीमेंट के बढ़ते दाम पर ब्रेक नहीं लगा। अब फिर से दाम वृद्धि की जा रही है। सीमेंट विक्रेता के अनुसार इस बीच बाजार में खबरें आ रही हैं कि मई माह तक कीमतें 450 रुपये बोरी तक पहुंचाई जा सकती हैं। वर्तमान में ब्रांडेड कंपनी की सीमेंट 410 से 425 रुपये बोरी बिक रही है। सीमेंट विक्रेता सलमान मंसूरी के अनुसार इस बीच बाजार में खबरें आ रही हैं कि मई माह तक कीमतें 450 रुपये बोरी तक पहुंचाई जा सकती हैं। निर्माण ठेकेदार दीपक जाधव का कहना है कि निर्माण सामग्री के दामों में इजाफा होने से लोगों को बजट गड़बड़ा रहा है। ज्यादातर मध्यमवर्गीय परिवार कर्ज लेकर निर्माण करते हैं और कीमतें बढ़ने से निर्माण अधूरा रखना पड़ रहा है। शहर में भी प्लाटों की बिक्री फिलहाल ज्यादा हो रही है। बिल्डर भी प्लाटों पर निर्माण कर बेचने से फिलहाल बच रहे हैं।
सरिये के दाम भी आसमान पर
जानकारी अनुसार सरिये के दाम भी ऊंचे बने हुए हैं। कोरोनाकाल के पहले से अब तक सरिये के दाम में 20 हजार रुपये टन की वृद्धि हो चुकी है। सीमेंट और सरिया मिलकर सामान्य मकान बनाने के खर्च में कम से कम 400 रुपये वर्गफीट की वृद्धि कर चुके हैं। भवन निर्माण के काम आने वाला टीएमटी सरिया 7200 रुपये से 7500 रुपये क्विंटल बिक रहा है। 10 दिन पहले के मुकाबले सरिये के दामों में 5000 रुपये प्रति टन की कमी आई है, फिर भी सरिया महंगा ही है।
ऐसे बढ़े दाम
सीमेंट - 2020 में 355, 2021 में 355, 2022 में 410 रुपये प्रति बोरी
सरिया - 2020 में 44000 से 45000, 2021 में 52000 से 55000, 2022 में 72000 से 77000 रुपये प्रति टन
टाइल्स व सैनिटरी सामग्री - 2020 में 28 से 30, 2021 में 28 से 30, 2022 में 47 से 48 रुपये प्रति वर्गफीट
घर का काम शुरू कर दिया था, अब बीच में रोक भी नहीं सकते और पूरा करने में महंगाई आड़े आ रही है। महंगाई के कारण लग रहा है कि घर पूरा नहीं हो पाएगा और यदि पूरा भी कर लिया तो सपनों का घर तो नहीं बन पाएगा।
जितेंद्र वर्मा, चाणक्यपुरी
हमने जब मकान निर्माण कार्य शुरू किया था। तब ठेकेदार ने कहा था कि 1300 रुपये प्रति वर्ग फीट के हिसाब से मकान निर्माण हो जाएगा, लेकिन अब 1600 रुपये वर्ग फीट से ज्यादा खर्च आ रहा है। सरिये और सीमेंट के दाम ने सपनों के घर का सपना तोड़ दिया है।
इमरान खान, भारती नगर