Sehore News: आउटसोर्स बिजली कर्मी ने लगाई फांसी, मरने से पहले बनाया वीडियो, जेई पर लगाए गंभीर आरोप
मृतक का नाम अंकित यादव है। मृतक हकीमाबाद विद्युत वितरण केंद्र संभाग आष्टा, सर्किल सीहोर में कार्यरत था। खेत में जब लोगों ने खंभे पर रस्सी से लटकी अंकित यादव की लाश देखी तो पुलिस को खबर की।
By Akash Mathur
Publish Date: Sun, 15 Sep 2024 12:48:01 PM (IST)
Updated Date: Sun, 15 Sep 2024 12:48:01 PM (IST)
आउटसोर्स कर्मचारी फांसी पर झूला (प्रतीकात्मक चित्र) HighLights
- पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
- मृतक का हस्तलिखिल सुसाइड नोट भी बरामद।
- मृतक ने लिखा- अब मेरे परिवार की जिम्मेदारी भी जेई की।
नवदुनिया प्रतिनिधि, सीहोर। बिजली कंपनी के एक आउटसोर्स कर्मी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मृत्यु से पहले लिखे सुसाइड नोट में बिजली कर्मी ने अपनी मृत्यु का जिम्मेदार जूनियर इंजीनियर को ठहराया है। साथ ही उसने एक वीडियो भी बनाया, जिसमें उसने कहा कि जेई अपशब्दों का प्रोयगकर जलील करता था, जिससे आत्मसम्मान को ठेस पहुंचती थी। अब मैं आत्महत्या कर रहा हूं, मेरी मौत की जिम्मेदारी जेई की है और अब मेरे परिवार की जिम्मेदारी भी उसी की है।
मृतक का नाम अंकित यादव है। मृतक हकीमाबाद विद्युत वितरण केंद्र संभाग आष्टा, सर्किल सीहोर में कार्यरत था। खेत में जब लोगों ने खंभे पर रस्सी से लटकी अंकित यादव की लाश देखी तो पुलिस को खबर की। पुलिस ने शव को पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए आष्टा के सिविल अस्पताल भेजा। मर्ग कायमी के बाद पुलिस ने मामले को विवेचना में ले लिया है।
वीडियो में कर्मचारी ने यह कहा
आउटसोर्स कर्मी अंकित यादव ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो बनाया। उसमें उसने कहा कि मैं अंकित यादव फांसी पर लटककर मरने जा रहा हूं। आज मैं आरके मिश्रा सर (कनिष्ठ अभियंता) की वजह से मर रहा हूं। अगर कानून सही है और न्याय दिलाता है, तो मेरे पूरे परिवार की जिम्मेदारी रामकृपाल मिश्रा सर उठाएंगे। मैं मरने जा रहा हूं उसके पूरे जिम्मेदार आरके मिश्रा सर हैं, जिन्होंने मुझे नहीं समझा।
पुलिस को मृतक का हस्तलिखित सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने कनिष्ठ अभियंता आरके मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
इस मामले में आउटसोर्स कर्मचारी संघ के सतीश साहू का कहना है कि ऐसी घटना पूरे प्रदेश में बिजली विभाग के अन्य कर्मचारियों के साथ हो रही है। वहीं अधिकारी दबाव बनाकर नियम विरुद्ध खंबे पर चढ़ाकर कार्य कराते हैं, जिससे अकेले सीहोर जिले में छह माह के अंदर छह बिजली कर्मचारियों की जान चली गई है।