सीहोर। कलेक्टर छुट्टी पर थे और कलेक्टोरेट के प्यून व खनिज विभाग के लिपिक ने फर्जीवाड़ा कर राजसात वाहनों को छोड़ने के लिए कलेक्टर के हस्ताक्षर के आदेश डंपर मालिकों का थमा दिए। इसके बाद नसरुल्लागंज थाने से 5 डंपरो को छुड़ा लिया गया।
नसरुल्लागंज पुलिस को एक ही आदेश क्रमांक के दो आदेश मिले तो उसने खनिज विभाग व कलेक्टर को अवगत कराया। इसके बाद खनिज अधिकारी ने डंपर मालिकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत थाने में मामला दर्ज कराया।
वहीं कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। कलेक्टर ने खनिज विभाग के कर्मचारियों से पूछताछ की। बहरहाल अभी पांच डंपरों को फर्जी तरीके से छुड़ाने का मामला सामने आया है, लेकिन आगे मामले में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।
अवैध परिवहन रोकने व रेत माफियाओं पर अंकुश लगाने के लिए मुख्यमंत्री ने नर्मदा यात्रा के समय रेत खनन पर प्रतिबंध लगाया था। वहीं कलेक्टर ने वाहनों के अवैध परिवहन पाए जाने पर राजसात करने की कार्रवाई शुरू कर दी थी, लेकिन इसके बाद भी रेत माफियाओं पर कोई असर नहीं हुआ।
पहले जहां फर्जी रायल्टी के कट्टे पकड़े गए, तो अब फर्जी आदेश से राजसात वाहनों को छुड़ाने का मामला आया है। खनिज विभाग की माने तो कलेक्टर के आदेशानुसार 2 जुलाई 2017 से 1 जनवरी तक 31 अवैध रेत से भरे डंपरों को राजसात किया है।
संचालक भोपाल को अपील कर सकते हैं लेकिन नसरुल्लागंज में 5 राजसात डंपरों को फर्जी आदेश के बाद छोड़ दिया गया। जब नसरुल्लागंज पुलिस के हाथ एक ही क्रमांक के दो आदेश मिले, जिस पर कलेक्टर के हस्ताक्षर थे तो पूरे मामले की परते खुलना शुरू हो गई।
इन पांच डंपर मालिको के खिलाफ केस दर्ज
12 अगस्त 2017 को तहसीलदार नसरुल्लागंज ने मुकेश वर्मा का डंपर एमपी 37 जीए 1264 को पकड़ा जिसे कलेक्टर ने 1 सितंबर को राजसात किया, वहीं 31 जुलाई को तहसीलदार नसरुल्लागंज ने एमपी 09 एचएच 2274 को पकड़ी। इसे 1 सिंतबर को राजसात किया। 2 सिंतबर को एसडीएम नसरुल्लागंज ने बलवीर सिंह एमपी 09 एचजी 3887 को पकड़ा, जिसे 1 नबंवर को राजसात किया।
2 सितंबर को एसडीएम नसरुल्लागंज ने हेमराज मानसिंह एमपी 09 एचजी को पकड़ा, जिसे 8 नबंवर को राजसात किया। 4 नबंवर को तहसीलदार नसरुल्लागंज ने प्रदीप पिता कमल सिंह एमपी 09 एचजी 4019 को पकड़ा, जिसे 4 दिसंबर को कलेक्टर ने राजसात कर दिया, लेकिन इन डंपर मालिकों ने फर्जी आदेश के सहारे पांचों डंपर को नसरुल्लागंज थाने से 26 दिसंबर को 2 डंपर, 27 दिसंबर को 2 डंपर और 30 दिसंबर को एक डंपर छुड़ा लिया।
इसके बाद खनिज अधिकारी ने पांचों डंपर के मालिकों पर नसरुल्लागंज थाने में मामला दर्ज किया है। वहीं खनिज विभाग के लिपिक सुनील यादव, कलेक्टोरेट के प्यून सोनू और एक डंपर मालिक को गिरफ्तार किया है, जिनसे फर्जीवाड़े की पूछताछ की जा रही है।
यह 31 डंपर हुए राजसात
17 जुलाई से 1 जनवरी तक 31 डंपरों पर राजसात की कार्रवाई की
नाम नंबर
जसपाल कौर भोपाल एमपी 04 एचई 2242
शिवशंकर सीहोर एमपी 04 एचई 3904
मुकेश भाई देवास एमपी 04 जीए 4500
संतोष बराड़िया इंदौर एमपी 04 के 7496
धूलसिंह बड़गांव एमपी 09 एचएच 7555
मुकेश वर्मा एमपी 37 जीए 1264
सुरेश गोस्वामी भोपाल एमपी 04 जीए 2915
निहाल खान सीहोर एमपी 04 के 8796
गौरव निमोदा सीहोर एमपी 37 जीए 1561
गौरव निमोदा सीहोर एमपी 37 जीए 2017
रवींद्र नसरुल्लागंज एमपी 09 केडी 2934
रामनिवास नसरुल्लागंज एमपी 09 एचएच 2274
भागचंद मकोड़िया जेसीबी
जगदीश सिंह भोपाल एमपी 04 एचई 3450
रोहित सोटिया एमपी 37 ए 1306
गोविंद एमपी 06 ई 4145
बलबीर सिंह एमपी 09 एचजी 3887
हेमराज सिंह एमपी 09 एचजी 2605
भगवान सिंह नसरुल्लागंज एमएच 15 डीके 8287
सोनू कामरा औबेदुल्लागंज एमएच 28 बी 8562
लखन सिंह एमपी 04 एचई 3121
विनय यादव भोपाल यूपी 93 एटी 5600
प्रदीप सिंह चापड़ा इंदौर एमपी 09 एचजी 4019
राजेश एमपी 09 जीएफ 8199
हरिनारायण एमपी 37 जीए 1723
अर्जुन सिंह नसरुल्लागंज एमपी 09 एचएच 2518
रुकसाना बी भोपाल एमएच 18 एए 7055
अजय सिंह भोपाल एमपी 04 एचई 3872
माधौ सिंह एमपी 38 एच 0241
भूपेंद्र हालियाखेड़ी एमपी 67 एच 0551
जांच की जा रही है
नसरुल्लागंज थाने से राजसात किए गए डंपरों को फर्जी आदेश दिखाकर वाहन मालिकों द्वारा छुड़ाने का मामला सामने आया था। जानकारी मिलने पर खनिज अधिकारी द्वारा मामला दर्ज कराया गया है। साथ ही कुछ लोगों के नाम सामने आने पर उन्हें पुलिस गिरफ्त में लेकर पूछताछ की जा रही है। साथ ही विभागीय रिकार्ड का मिलान भी किया जा रहा है। पूरा मामला स्पष्ट होने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी। - तरूण पिथोड़े, कलेक्टर सीहोर