शत्रुघ्न केशरवानी , नईदुनिया, सागर। बुंदेलखंड के सागर में बीते 70 वर्षों से लोगों की गंभीर बीमारियों को योग से दूर करने का उपचार नि:शुल्क किया जा रहा है। यह पुनीत कार्य कर रहे हैं दो सौ से ज्यादा योगासन करने वाले 90 वर्षीय योग गुरु विष्णु आर्य। उन्होंने कई मरीजों की बीमारियों को दूर कर उन्हें स्वस्थ रहने के तरीके भी सिखाएं हैं। उनसे योग सीखकर स्वस्थ होने वालों में केंद्रीय मंत्री से लेकर कई बड़े अधिकारी भी शामिल हैं।
योग के प्रति योग गुरु के द्वारा सात दशकों से किए जा रहे कार्यों को देखते हुए हाल ही में भारत सरकार के खेल मंत्रालय द्वारा उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया है। आमतौर पर लोग योग में केवल 12 आसन जानते हैं, किंतु योगाचार्य विष्णु आर्य दो सौ से ज्यादा आसन कर लेते हैं। उन्होंने जब अपने गुरु सत्यानंद सरस्वती के सामने इन आसनों का प्रदर्शन किया, तो वे भी दंग रह गए थे।
योगाचार्य आर्मी स्कूल में शिक्षक व सराफा कारोबारी भी रहे, साथ ही अपना पूरा जीवन योग के लिए समर्पित कर दिया। वर्तमान में वह सागर में योग निकेतन प्रशिक्षण संस्थान में निश्शुल्क शिविर लगाकर लोगों की अनिद्रा, सरवाइकल, ह्रदय रोग, कमर दर्द, अस्थमा, मानसिक तनाव, मधुमेह, साइटिका, सिर दर्द, नसों का दबना, चलने में दिक्कत जैसी कई बीमारियों को दूर करने संबंधी योगासन सिखाते हैं। वर्ष 2012 में उन्होंने निरंजनानंद सरस्वती से वैदिक परंपरा के अनुसार संन्यास की दीक्षा ली, जिसके बाद उनका नामकरण स्वामी ध्यानेंद्र सरस्वती के रूप में किया गया।
योगाचार्य विष्णु आर्य 40 वर्ष पहले आचार्य विद्यासागरजी महाराज के साथ रहकर भी योग क्रियाओं और औषधीयों से उपचार कर चुके हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री डा. वीरेंद्र खटीक, पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव, पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह, खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत सहित कई जनप्रतिनिधि व सागर में पदस्थ रह चुके कई कलेक्टर, कमिश्नर भी योग के माध्यम से अपना तनाव और बीमारी का इलाज करा चुके हैं।