Sagar News : सागर (नवदुनिया प्रतिनिधि)। डा. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में पहली बार मेगा एलुमनी समारोह में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय विभाग के केंद्रीय मंत्री डा. वीरेंद्र खटीक सहित देश के कई राज्यों में बड़े-बड़े पदों में कार्यरत कई विशेषज्ञ और जनप्रतिनिधियों ने पहुंचकर चार-चांद लगा दिए। अपने पदों को भूलकर विवि में पढ़े कई बड़े नेता और बड़े-बड़े अधिकारियों ने अपने शिक्षकों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया तो वहीं अपने मित्रों से गले लगकर जमकर हंसी-मजाक कर अपने कालेज लाइफ के समय को याद किया। इस दौरान वरिष्ठ नेताओं और अफसरों ने अपने अनुभव से लेकर विद्यार्थियों को मार्गदर्शन दिया और डा. गौर को भारत रत्न दिलाने की मांग की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री डा. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि यह आयोजन एलुमिनी विद्यार्थियों एवं सदस्यों का संगम है। इमरजेंसी के दौरान दीक्षांत समारोह हुआ था और उसके बाद विवि में लंबे समय तक दीक्षांत समारोह नहीं हुआ। मैंने स्वयं के प्रयास से विवि के पिछले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति स्वयं उपस्थित हुए थे। उन्होंने कहा कि यह शून्य से शुरुआत हुई है जो शिखर तक जाएगी। उन्होंने अपने गुरुजनों एवं विवि से मिली सीख को याद किया।उन्होंने कहा कि डा. गौर वृक्ष रोपित करके गए हैं, जो वट वृक्ष की भांति अपनी छाया हर तरफ फैला रहा है। हमें उनसे सीखना चाहिए कि कैसे हम समाज को कुछ देकर उसका ऋण चुकाने का प्रयास कर सकते हैं।
विवि के एलुमनी अनमोल खजाने की तरह हैं : कुलपति
अध्यक्षीय वक्तव्य में कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि इस विवि को 75 साल हो चुके हैं। विवि को अपने सभी एलुमनी के लिए गर्व है। उन्होंने कहा कि डा. गौर के सपने के कारण ही हम सभी को आज एलुमिनी होने का भी सौभाग्य मिला है। सागर को गौर सिटी बनाएं और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के वचन ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के अनुरूप इस शहर को बनाने का लक्ष्य रखे व इस शहर में वह सब हो जो इसको मिनी स्विट्जरलैंड बनाएं। उन्होंने कहा कि एल्युमिनी एक छाते की तरह रहते हैं जो हर मौसम में विवि को बचा कर रखते हैं। हमारी कोशिश हो कि हम एक संपन्न एसोसिएशन बना सकें और अगले वर्ष साप्ताहिक आयोजन के लिए प्रयास करें।
विवि की सभी एल्युमिनी मिल जाएं तो इस प्रांगण में भीड़ समा नहीं पाएगी : गोविंद सिंह राजपूत
विशिष्ट अतिथि गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि इस गौरव और अतीत के पन्ने पलटने वाले कार्यक्रम जो पूर्व छात्रों के मिलने का पहला प्रयास एक स्वागत योग्य पहल है। उन्होंने कहा कि आइने वहीं रहते हैं, चेहरे बदल जाते हैं। सभी को अपने पुराने साथियों से मिलने की ललक रहती है। विवि के सभी एल्युमिनी अगर मिल जाएं तो संख्या बहुत अधिक है जो इस प्रांगण में समा नहीं पाएगी।उन्होंने कहा कि सभी आज के दिन अपने पुराने दिनों को याद करते हुए गुजारें एवं फिर से अपने युवावस्था के दिन को जीवंत करें।
ऐसा कोई पद नहीं है जिस पर विवि के एलुमिनी पदस्थ न हों : बंडा विधायक
विशिष्ट अतिथि तरवर सिंह लोधी ने कहा कि इस विवि से मैंने प्राइवेट बीए किया है। इस विवि के संस्थापक डा. गौर का बचपन उनके कार्यक्षेत्र में बीता है जो उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई पद नहीं है जिस पर विवि के एलुमिनी पदस्थ न हों। देश विदेश में यहा के एलुमिनी हैं। विशिष्ट अतिथि डा. सुशील तिवारी ने कहा कि डा. गौर के प्रेरणादायी किस्से सुनते हुए हमने यहां पढ़ाई की है। अपने जीवन में अभिव्यक्ति, शिक्षा,मर्यादा, संस्कार और अनुशासन अपने कार्य में आज जो भी प्रदर्शन कर रहे हैं, जो कुछ भी सीखा है वो विवि की देन हैं।
मंत्री भूपेंद्र सिंह अपने अध्यापकों से मिले, मित्रों के साथ लगाए ठहाके
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने विवि द्वारा आयोजित मेगा एलुमनी मीट में शामिल होकर अपने छात्र जीवन को याद करते हुए विवि के विकास के लिए पूरा सहयोग करूंगा। उन्होंने अपने विवि के साथियों, अध्यापकों से भेंट कर पुरानी यादों को ताजा किया। सभी को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी और उनके साथ स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लिया। श्री सिंह ने कुलपति से विवि की नई उपलब्धियों पर भी चर्चा की।
सभागार का लोकार्पण, डा. गौर को भारत रत्न दिलाने की मांग
कैबिनेट मंत्री डा. वीरेंद्र कुमार, कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता, ने विवि में निर्मित नवीन सभागार का लोकार्पण किया। उन्होंने व अन्य अतिथियों ने डा. गौर को भारतरत्न दिलाने का प्रयास करूंगा। इस अवसर पर महापौर संगीता तिवारी, सागर विधायक शैलेंद्र जैनएलुमनी एसोशिएशन के अध्यक्ष प्रो. केएस पित्रे, कुलसचिव संतोष सोहगौरा मौजूद थे। संचालन डा. शालिनी चोइथरानी ने किया। प्रो. ओपी अग्रवाल ने आभार व्यक्त किया। सोमवार को आयोजित समापन समारोह में मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते एवं विशिष्ट अतिथि परमाणु खनिज संचालनालय के पूर्व निदेशक पीएस परिहार होंगे।