Sagar News सागर। सावन में बेहतर बारिश न होने के बाद भी सागर जिले में बांधों के भराव की स्थिति बेहतर है। जून के अंत और जुलाई में हुई अच्छी बारिश से बांध भर गए थे। सागर का राजघाट बांध तो जहां जून में ही ओवरफ्लो हो गया था। वहीं जिले के अन्य बांधों में भी अच्छा भराव हुआ था।
जल संसाधन विभाग के सागर संभाग के तहत 37 बांध आते हैं। इनमें से 19 बांध 90 से 100 प्रतिशत के बीच भरा चुके हैं। दो बांध ऐसे है जिनमें 70 से 90 फीसद के बीच भराव हुआ है। वहीं 25 से 50 के बीच चार बांधों में भराव हुआ है। 11 बांध ऐसे हैं, जहां 50 फीसद से कम पानी है। इनमें तीन बांध ऐसे हैं जिनमें पानी का भराव कम हुआ है। हालांकि यह बांध सागर जिले के नहीं टीकमगढ़ और छतरपुर के हैं।
सागर जिले में इस साल जून और जुलाई में अच्छी बारिश हुई। जुलाई में 24 घंटे के अंदर 6 इंच पानी गिरा। इसके बाद भी लगातार बारिश हुई, लेकिन अगस्त में बारिश रुक गई। सावन में बारिश कम हुई। वर्तमान में सितंबर के चार दिन बीत गए लेकिन एक बूंद पानी नहीं गिरा।
जल संसाधन विभाग की प्रतिदिन अपडेट होने वाले बेवसाइट के अनुसार बीला बांध में 66 फीसद भराव हुआ है। बीला बांध की भराव क्षमता 445.61 मीटर है। वहीं वर्तमान में इसका जलभराव 443.66 मीटर है। वहीं न्यूनतम जलस्तर 434 मीटर है। इस क्षेत्र के अपर चंदिया बांध में भराव हुआ है। वहीं केसली, देवरी के जलस्रोतों में बेहतर जलभराव है।
सितंबर के चार दिन बीत गए लेकिन अभी तक बारिश नहीं हुई। वहीं पारा भी सोमवार को 34.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। गर्मी से जमीन की नमी खत्म हो रही है। जिले में औसत बारिश का आंकड़ा 1230 है। वर्तमान में अभी तक 567 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। बारिश का सीजन 15 सितंबर तक माना जाता है। ऐसे में केवल 11 दिन ही शेष बचे हैं।
मौसम वैज्ञानिक और कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि 6 सितंबर से सागर जिले में बारिश हो सकती है। आज सिंगरौली जिले में बारिश हुई है। इससे उम्मीद जगी है।
सहायक उप संचालक कृषि भूपेंद्र सिंह के मुताबिक बारिश नहीं होने से फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। जिन किसानों के पास निजी जलस्रोत हैं। वे सिंचाई कर रहे हैं। बुधवार से बारिश की संभावना है।