सिकंदराबाद स्पेशल ट्रेन के एक कोच का ब्रेक ब्लाॅक जाम... 15 मिनट खड़ी रही मप्र के बीना स्टेशन पर
रेलवे अधिकारियों के अनुसार सिकंदराबाद-निजामुद्दीन स्पेशल ट्रेन पहले ही विलंब से चल रही थी। शाम साढ़े पांच बजे के करीब जब रेल गंजबासौदा से निकली तो उसके स्लीपर कोच से धुआं निकलने लगा था। इसके बाद चैन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया गया था।
By Hemant Kumar Upadhyay
Publish Date: Tue, 30 Jul 2024 07:00:02 AM (IST)
Updated Date: Tue, 30 Jul 2024 07:53:25 AM (IST)
ट्रेन दोपहर पौने दो बजे भोपाल पहुंचनी थी, लेकिन दो घंटे की देरी से शाम पौने चार बजे पहुंची। -सांकेतिक चित्र। HighLights
- सिकंदराबाद से निजामुद्दीन जा रही थी स्पेशल ट्रेन।
- स्टेशन पर अटैंड कर खराबी को दूर कर दिया गया।
- ट्रेन के एक स्लीपर कोच से धुआं निकलने लगा था।
नईदुनिया प्रतिनिधि, सागर। सागर जिले के बीना के पास सिकंदराबाद से निजामुद्दीन की ओर जा रही स्पेशल गाड़ी के एक कोच का ब्रेक ब्लाॅक जाम हो गया। इस कारण ट्रेन के नीचे से धुआं निकलने लगा। धुआं देख यात्री घबरा गए और उन्होंने ट्रेन को रोक लिया। ट्रेन स्टाफ ने किसी तरह खराबी को दुरुस्त कर ट्रेन को आगे बढ़ाया। जब ट्रेन बीना पहुंची तब सी एंड डब्ल्यू स्टाफ ने उसे अटेंड किया और ट्रेन ललितपुर की ओर रवाना हुई। ट्रेन लगभग 15 मिनट बीना खड़ी रही।
दो घंटे विलंब से चल रही थी ट्रेन
जानकारी अनुसार गाड़ी संख्या 07031 सिकंदराबाद-निजामुद्दीन
स्पेशल ट्रेन लगभग दो घंटे की देरी से चल रही थी। यह ट्रेन दोपहर पौने दो बजे भोपाल पहुंचनी थी, लेकिन दो घंटे की देरी से शाम पौने चार बजे पहुंची। यहां लगभग 9 मिनट रुकने के बाद ट्रेन बीना की ओर रवाना हुई।
- शाम साढ़े पांच बजे के आसपास ट्रेन गंजबासौदा से निकली तो ट्रेन के स्लीपर कोच से धुआं निकलने लगा।
- धुआं निकलता देखकर रेल में सवार यात्री भयभीत हो गए और उन्होंने चैन पुलिंग का ट्रेन को खड़ा कर दिया।
- इसके बाद ट्रेन कल्हार और छुलेटा स्टेशन के बीच खड़ी कर दी गई। ट्रेन स्टाफ ने उसे अटेंड किया।
- ट्रेन स्टाफ नेदेखा कि ट्राॅली के ब्रेक ब्लाक जाम हो रहे हैं, जिस कारण घर्षण हो रहा है व धुआं निकल रहा है।
खराबी दूर कर ट्रेन को किया रवाना
फौरी तौर पर स्टाफ ने खराबी को दूर कर ट्रेन को बीना की ओर रवाना किया। साथ ही मामले की सूचना बीना स्टेशन पर दी गई। ट्रेन शाम लगभग 6 बजकर 40 मिनट पर बीना पहुंची। यहां सी एंड डब्ल्यू स्टाफ ने उसे अटेंड किया। कोच ब्रेक को फ्री कर उसे आगे की ओर बढ़ा दिया। ट्रेन 15 मिनट स्टेशन पर खड़ी रही।