रीवा, नईदुनिया प्रतिनिधि। पुलिस की आंखों में धूल झोंकने की नियत से कुरकुरे के कंटेनर में छिपाकर लाई जा रही गांजे की खेप आइजी रीवा के निर्देश पर मऊगंज पुलिस ने पकड़ लिया है। तलाशी के दौरान कंटेनर से कुल 952 किलोग्राम प्रतिबंधित गांजा बरामद किया गया है। वहीं पूरे मामले में 4 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। सभी के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला पंजीकृत कर लिया गया है। बताया गया है कि उक्त गांजे की खेप उड़ीसा से लाई जा रही थी। पुलिस मामला दर्ज कर विवेचना कर रही है।
क्या था मामला : मामले की जानकारी देते हुए आइजी रीवा उमेश जोगा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि ट्रक क्रमांक यूपी21एएन 2647 में कुरकुरे की आड़ में गांजा लाया जा रहा है। जिस पर थाना प्रभारी मऊगंज विद्या वारिधि तिवारी, हनुमना थाना प्रभारी शैल यादव व सोहागी थाना प्रभारी पवन शुक्ला के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। जिस पर मऊगंज थाना प्रभारी द्वारा चाक मोड़ पर दबिश देकर कंटेनर को रोक लिया गया। जबकि कंटेनर की पायलेटिंग कर रहे दो अन्य लोगों को भी पकड़ा गया। तलाशी के दौरान कंटेनर में कुल 952 किलो गांजा पुलिस के हाथ लग गया।
ये हैं आरोपित : पूरे मामले में पकड़े गए लोगों में चार लोग शामिल हैं जिनमें इक़बाल पिता अनवर हुसेन 25 वर्ष, निवासी फुलवार वाली मस्जिद के सामने बिलारी, जिला मुरादाबाद यूपी, अब्दुल पिता शाहिद हुसेन
22 वर्ष, निवासी ग्राम अंसारी मोहल्ला ढीमर वाला मंदिर के पास बिलारी, जिला मुरादाबाद यूपी व मोटरसाइकिल प्रदीप पिता रजबहोर पांडेय 20 साल, ग्राम पटना थाना बैकुंठपुर जिला रीवा व संजय उर्फ गुड्ड कुशवाह पिता रमाकान्त कुशवाह 21 साल निवासी ग्राम टिकर बराहटोला थाना गोविंदगढ़ जिला रीवा शामिल है।
जब्ती पर एक नजर : मेरी जानकारी में बताया गया है कि पुलिस ने ट्रक क्रमांक यूपी 21 एएन 2647, बिना नंबर की हीरो होंडा मोटरसाइकिल, 6 मोबाइल हैंडसेट, एपी 29 टीए9433 नंबर प्लेट जब्त है। पुलिस द्वारा जब्त किए गए कुल सामान की कीमत एक सौ पचास लाख रुपये बताई जा रही है।
पुलिस को चकमा देने बदला था रास्ता :
मामले की जानकारी देते हुए आइजी रीवा उमेश जोगा ने बताया कि हमेशा मध्य प्रदेश से होकर उत्तर प्रदेश गांजा भेजा जाता है। लेकिन इस बार पुलिस को चकमा देने के लिए हनुमना के रास्ते रीवा जिले में कंटेनर को प्रवेश कराया गया। हालांकि मुखबिर की सटीक सूचना एवं साइबर सेल की मदद से उन्हें पकड़ने में मदद मिली है। इस बार भी प्रतिबंधित गांजा उड़ीसा से छत्तीसगढ़ के रास्ते से यहां तक लाया गया है।
-उमेश जोगा, आइजी, रीवा