नईदुनिया रीवा (Rewa News)। मध्य प्रदेश में रीवा के हिनौता गांव में डंपर से महिलाओं पर मुरुम डालने के मामले में पुलिस ने अब तक तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। दो फरार की तलाश जारी है। इतने के बाद भी कोई डर नहीं दिख रहा है, महिलाओं और उनके परिजनों का कहना है कि आरोपितों के साथी उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं का एक्स पर पोस्ट तथा सीएम के निर्देश के बाद हरकत में आई पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 110 के तहत मामला दर्ज किया था। अब जान से मारने तथा गाली गलौज की धाराओं में बढ़ोतरी की है। महिलाओं के बयान पर डंपर मालिक राजेश सिंह डंपर ड्राइवर प्रदीप कोल और आकाश पांडे को भी आरोपित बना लिया है।
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि तीन लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, जिनमें राजेश सिंह वाहन मालिक प्रदीप कोल हाईवा ड्राइवर और विरोधी पक्ष के विपिन पांडे को गिरफ्तार किया जा चुका है। दो अन्य लोगों गोकर्ण पांडे तथा आकाश पांडे की तलाश के लिए अलग-अलग पुलिस टीम लगाई गई है।
दोनों पक्षों का पारिवारिक जमीन का विवाद है। दोनों के घर आसपास हैं। गोकर्ण प्रसाद पांडेय और महेंद्र प्रसाद पांडेय रास्ता बनाना चाह रहे थे। जीवेश कुमार पांडेय और शिवेश कुमार पांडेय उन्हें रोक रहे थे। इसी दौरान विवाद हुआ। बताते चले की पूरा विवाद पैतृक जमीन को लेकर है।
कलेक्टर रीवा प्रतिभा पाल ने बताया कि गोकर्ण पांडे तथा जीवेश पांडे आपस में एक ही परिवार के व्यक्ति हैं। दोनों परिवारों में जमीन के मामले को लेकर वर्ष 2002 से न्यायालय में मामला चल रहा है। वर्तमान में मामला हाई कोर्ट में विचाराधीन है। अभी भी दोनों परिवार की जमीन संयुक्त खाते में दर्ज है। मैं महिलाओं से बात करने के लिए मौके पर गई थी। दोनों की हालत सामान्य है।
बता दे कि शनिवार की दोपहर हिनौता कोठार में दो परिवारों के बीच पुश्तैनी जमीन में सड़क बनाने को लेकर विवाद शुरू हुआ था। उक्त विवाद में गोकर्ण प्रसाद पांडे और महेंद्र पांडे रास्ता बनाना चाह रहे थे। जबकि जीवेश एवं शिवेश कुमार पांडे उन्हें रोक रहे थे।
शान तकरीबन 4 अचानक कोकण पांडे के कहने पर मढ़ी निवासी राजेश सिंह का डंपर मुरूम लेकर मौके पर पहुंचा। मुरुम अनलोड करते समय ममता पांडेय पत्नी जीवेश और आशा पांडेय पत्नी शिवेश के ऊपर मुरुम डाल दी। जिसके कारण दोनों महिलाएं मुरुम में दब गई थी।
जीवेश कुमार पांडेय और शिवेश कुमार पांडेय ने बताया कि पुश्तैनी की जमीन में जबरन मुरुम डालकर सड़क बनाई जा रही थी। हमने मढ़ी गांव के राजेश सिंह को मुरुम डालने से मना किया। इस पर गोकर्ण प्रसाद पांडेय और महेंद्र प्रसाद पांडेय ने हमारी पत्नियों के साथ मारपीट की। उन पर मुरुम डालकर जान से मारने कोशिश की।
ममता पांडेय और आशा पांडे को गंगेव प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। सोमवार को दोनों महिलाओं को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए संजय गांधी अस्पताल लाया गया यह उनकी हादसा मन बताई जा रही है।
नईदुनिया से बातचीत करते हुए उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि इस मामले में किसी भी कीमत पर आरोपित बख्शे नहीं जाएंगे। पूरे घटना की जानकारी उन्होंने पुलिस विभाग से ली है। मामला दर्ज हो गया है तीन की गिरफ्तारी भी हुई है।
जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार है यह महिलाओं पर अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। और घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी और यह कार्रवाई आगे चलकर नजीर साबित होगी।