
रतलाम (नईदुनिया प्रतिनिधि)। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के आज जारी होने वाले परिणाम में शहर के सफाई स्तर की तस्वीर साफ होगी। गत वर्ष देश में 49वां स्थान मिला था और इस बार इससे आगे बढ़ने की उम्मीद व भरोसा प्रशासन व निगम अधिकारी जता रहे हैं। हालांकि सर्वेक्षण के तय मानकों में कचरा निष्पादन को लेकर ठोस इंतजाम नहीं होने से रैंक गत वर्ष के आसपास ही रहने की संभावना है।
मालूम हो कि कोरोना संक्रमण के कारण इस बार निकायों में फील्ड सर्वे 1 मार्च से 28 मार्च 2021 तक किया गया था। 6000 अंक के सर्वे में एक भाग 40 प्रतिशत का जबकि दो भाग 30-30 प्रतिशत अंक के थे। वर्ष भर नगर निगम ने रांगोली, प्रभात फैरी से जागरूकता का संदेश दिया वहीं कचरा संग्रहण, निष्पादन और पृथक्कीकरण के लिए भी संसाधनों की वृद्धि कर सफाई का स्तर बढ़ाने की कोशिश की। इन प्रयासों के परिणाम को लेकर निगम अधिकारी आशान्वित हैं, लेकिन आमजन में सफाई को लेकर संतुष्टि का स्तर कम है। इसके चलते परिणाम पर असर आ सकता है।
आमजन से फीडबैक लिया था, कैसे होता है कचरे का निष्पादन
स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 में निगम को खतरनाक श्रेणी के कचरे का निपटान करना जरूरी किया गया था। पालीथिन-प्लास्टिक के उपयोग रोकने के लिए किए गए इंतजामों के साथ ही दुकानदारों, होटल संचालकों, धर्मशाला, निजी, शासकीय कार्यालयों, आमजन से फीडबैक लिया गया। सर्विस लेवल प्रोग्रेस के लिए सर्वाधिक 40 प्रतिशत (2400) व सिटीजन वाइस के 1800 अंक, सर्टिफिकेशन-स्टार रेंटिंग के 1800 अंक हैं। इसमें कचरा मुक्त शहर की स्टार रैंकिंग पर 1100 और ओडीएफ प्लस व ओडीएफ डबल प्लस के लिए 700 अंक तय किए गए हैं। निगम को स्टार रैंक, ओडीएफ डबल प्लस, सिटीजन वाइस में बढ़त मिलेगी, लेकिन कचरा निष्पादन के लिए प्लांट नहीं होने से रैंकिंग पर असर पड़ सकता है।
अब तक के सर्वे में शहर की रैंकिंग
वर्ष-रैंक
2016-79
2017-48
2018-72
2019-62
2020-49
स्वच्छता की रैंकिंग अच्छी ही रहेगी। सफाई बेहतर करने के लिए रैंक ही नहीं आदत बदलने का काम भी सभी को मिलकर लगातार करना होगा, तभी इसके अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। -सोमनाथ झारिया, निगमायुक्त