आरिफ कुरैशी, रतलाम। जिले की पांच विधानसभा चुनावों में 1980 से 2018 तक नौ बार विधानसभा चुनाव में दो चुनाव ऐसे रहे जब कांग्रेस ने पांच में से चार-चार सीट जीती तो वर्ष 2013 का चुनाव एक मात्र ऐसा चुनाव रहा है, जिसमें भाजपा ने पांचों सीटों पर जीत हासिल कर क्लीन स्वीप किया। वर्ष 2023 के चुनाव के लिए मतदान के बाद ईवीएम स्ट्रांग रूम में रखी जा चुकी है। लोगों को परिणाम का इंतजार है।
मतदान समाप्त होने के बाद प्रशासन तीन दिसंबर को होने वाली मतगणना करने में जुटा है तो भाजपा, कांग्रेस, अन्य राजनीतिक दल, निर्दलीय प्रत्याशी, कार्यकर्ता तथा चुनावी विश्लेषक मतदान के आंकड़ों से जीत-हार का आंकलन कर रहे हैं। चुनावी विश्लेषकों को अनुसार रतलाम शहर सीट पर भाजपा तो सैलाना सीट पर कांग्रेस जीतती नजर आ रही है। रतलाम ग्रामीण, जावरा व आलोट में त्रिकोणीय मुकाबला है। इन तीनों सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी भाजपा या कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकते हैं। चुनावी विश्लेषकों का कहना है कि किसी एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी भी जीत सकता है।
पिछले नौ चुनावों में तीसरा मोर्चा यानी भाजपा व कांग्रेस को छोड़कर अन्य कोई राजनैतिक दल अपना अस्तित्व कायम नहीं कर पाया। जनता दल, सपा, बसपा व अन्य दल के प्रत्याशी चुनाव लड़ते रहे, लेकिन जनता दल को छोड़कर बसपा, सपा व अन्य दल के किसी प्रत्याशी को कभी जीत नहीं मिली। 1980 के बाद जनता दल के कमजीभाई ने 1990 में सैलाना सीट पर जीत हासिल की थी। वहीं 1998 में सैलाना सीट से कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़े प्रभुदयाल गेहलोत ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल की थी। वहीं 2008 के चुनाव में रतलाम शहर से पारस सकलेचा ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल की थी।
वर्ष | रतलाम ग्रामीण | रतलाम शहर | सैलाना | जावरा | आलोट |
1980 | कांग्रेस | भाजपा | कांग्रेस | कांग्रेस | भाजपा |
1985 | कांग्रेस | भाजपा | कांग्रेस | कांग्रेस | कांग्रेस |
1990 | कांग्रेस | भाजपा | जदयू | भाजपा | भाजपा |
1993 | कांग्रेस | कांग्रेस | कांग्रेस | कांग्रेस | भाजपा |
1998 | कांग्रेस | भाजपा | निर्दलीय | कांग्रेस | भाजपा |
2003 | भाजपा | भाजपा | कांग्रेस | भाजपा | कांग्रेस |
2008 | कांग्रेस | निर्दलीय | कांग्रेस | कांग्रेस | भाजपा |
2013 | भाजपा | भाजपा | भाजपा | भाजपा | भाजपा |
2018 | भाजपा | भाजपा | कांग्रेस | भाजपा | कांग्रेस |