राजगढ़/ब्यावरा (नवदुनिया प्रतिनिधि)। एक दिन पहले मंगलवार को जिला मुख्यालय पर जनसमस्या निवारण शिविर के दौरान प्रभारी मंत्री डा. मोहन यादव ने भ्रष्टाचार की शिकायतें सामने आने के चलते तहसीलदार, पटवारी व गिरदावर को चेतावनी देते हुए कहा था कि कान खोलकर सुन लें। अगर बेइमानीकरते दिखे तो यहीं सस्पेंड कर देंगे। इस चेतावनी को 24 घंटेभी नहीं बीते थे कि ब्यावरा तहसील के भूरा गांव के ग्रामीण एकजुट होकर गांव की पटवारी पर बिना लेनदेन के काम नहीं करने के आरोप लगाते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे और जमकर हंगामा किया, लेकिन देर शाम तक कार्रवाई नहीं हो सकी।
उल्लेखनीय है कि मंत्री श्री यादव को शिकायतें मिली थी कि जिले में राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार जारी है। लोगों को परेशान किया जा रहा है। इसके बाद उन्होंने मंच से पटवारी, गिरदावर व तहसलदार को चेतावनी दी थी। लेकिन इस चेतावनी का असर 24 घंटे भी देखने को नहीं मिला और एक पटवारी की शिकायत हो गई। भूरा के ग्रामीणों ने ब्यावरा एसडीएम कार्यालय पहुंचकर एसडीएम कार्यालय के बाहर पटवारी लीला भिलाला पर रिश्वत मांगने व परेशान करने के आरोप लगाते हुए हंगामा किया। एसडीएम संजय उपाध्याय से की लिखित शिकायत में कहा कि पटवारी लीला भिलाला द्वारा ग्रामीणों के कार्य करने के एवज में रिश्वत मांगी जाती है। किसी भी व्यक्ति का कार्य समय पर नहीं किया जाता। ऐसे में हम आग्रह करते हैं कि संबंधित पटवारी पर सख्त कार्रवाई करें व दूसरे पटवारी की पदस्थापना गांव में करे। हालांकि शिकायत व हंगामें के 8 घंटे बाद तक कोई कार्रवाई देर शाम तक नहीं हो सकी थी।
सीएम की पोस्ट पर नागरिक ने लिखा ब्यावरा एसडीएम कार्यालय में भ्रष्टाचार मचा है
दो दिन पहले सीएम मप्र की आइडी से एक पोस्ट डली थी। जिसमें लिखा था कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और मुख्यमंत्री अन्नापूर्णा योजना के अंतर्गत गरीबों को राशन दिया जा रहा है। पीएम आवास योजना के अंतर्गत हमने 10 हजार करोड़ रुपये का प्रविधान किया है। हर गरीब को पक्का मकान भी बनाकर देंगे। उक्त पोस्ट पर ब्यावरा निवासी प्रवीण कुमार नामदेव ने तल्ख लहजे में लिखा कि भ्रष्टाचार मचा हुआ है ब्यावरा एसडीएम कार्यालय में। 151 की जमानत भी बिना पैसे दिए नहीं हो रही है। जिन्होंने कमेंट किया है वह एडवोकेट बताए जा रहे हैं।