Madhya Pradesh News: पूर्व सांसद और पन्ना राज परिवार के वरिष्ठ सदस्य लोकेंद्र सिंह नहीं रहे
Madhya Pradesh News: प्रकृति प्रेमी रहे राजा लोकेंद्र सिंह को सादगी पूर्ण ढंग से दी गई अंतिम विदाई।
By Hemant Kumar Upadhyay
Edited By: Hemant Kumar Upadhyay
Publish Date: Wed, 27 Jan 2021 08:31:22 PM (IST)
Updated Date: Wed, 27 Jan 2021 08:31:22 PM (IST)
Madhya Pradesh News: पन्ना (नईदुनिया प्रतिनिधि)।पन्ना राजघराने के वरिष्ठ सदस्य पूर्व सांसद व विधायक लोकेंद्र सिंह का 75 वर्ष की आयु में 26 जनवरी को निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार शहर में स्थित राज परिवार के मुक्तिधाम छत्रसाल पार्क में किया गया। उनकी बेटी कामाख्या (लकी राजा) ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। पूर्व सांसद की अंतिम विदाई में राज परिवार के सदस्यों सहित गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में आमजन शामिल थे।
पन्ना टाइगर रिजर्व की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी
पर्यावरण और वन्यजीवों के संरक्षण के लिए समर्पित रहे पूर्व सांसद लोकेंद्र सिंह ने पन्ना टाइगर रिजर्व की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे दो बार विधायक व एक बार सांसद रहे। प्रकृति और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए उन्होंने विरोध का भी सामना किया।
तीन बाघों का एक साथ शिकार करने के बाद हुआ था हृदय परिवर्तन
ताया जाता है कि लोकेंद्र सिंह जब नौ वर्ष के थे, तब उन्होंने एक बाघ का शिकार किया था। पांच साल बाद जब लोकेंद्र सिंह 15 वर्ष के थे तो उन्होंने पटोरी नामक स्थान पर तीन बाघों को एक साथ शिकार किया था। शिकार की इस घटना ने बालक लोकेंद्र सिंह को विचलित कर दिया और उनकी जिंदगी के नए अध्याय का श्रीगणेश हो गया। उन्होंने यह कसम खाई कि अब कभी बाघ का शिकार नहीं करूंगा।
उन्होंने वन व पर्यावरण की सुरक्षा तथा बाघों के संरक्षण को ही अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया। इसी सोच के चलते लोकेंद्र सिंह की पहल से पन्ना में सर्वप्रथम गंगऊ सेंचुरी बनी, बाद में 1981 में पन्ना राष्ट्रीय उद्यान का निर्माण हुआ। वर्ष 1994 में पन्ना राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व बनाया गया था।