मुरैना(नईदुनिया प्रतिनिधि)। रेलवे स्टेशन पर मालगोदाम की तरफ एक महिला अपने दो मासूम बच्चों को लेकर रेलवे ट्रेैक पर जाकर खड़ी हो गई। लोगों ने उसकी नियत का भांप लिया और आरपीएफ को सूचना दे दी। जिसके बाद आरपीएफ पुलिस ने इस महिला को समझा बुझाकर ट्रैक से हटा लिया। इसके बाद चाइल्ड लाइन के सदस्यों को बुला लिया। जिसके बाद सदस्य उसे स्टेशन रोड थाने ले गए। हालांकि महिला पहले कुछ भी बोलने को राजी नहीं थी, लेकिन उसके चेहरे पर पड़े नीले धब्बे बता रहे थे, कि उसके साथ मारपीट की गई। बाद में महिला ने पति द्वारा मारपीट कर घर से निकाल देने की बात कही। महिला आठ माह की गर्भवती भी थी। हालांकि महिला थाने न तो वन स्टाप सेंटर जाना कबूल किया और किसी तरह की थाने में शिकायत दर्ज कराई। बस थाने से अपने घर जाने की कहकर चली गई।
उल्लेखनीय है कि आरपीएफ थाना प्रभारी नीरज महाजन को लोगों ने सूचना दी कि एक महिला अपने दो बच्चों के साथ रेलवे ट्रैक के बीचों बीच खड़ी हो गई है। इसी सूचना तुरंत ही महिला स्टाफ को साथ लेकर नीरज महाजन ट्रैक पर पहुंच गए। जहां इस महिला को जैसे तैसे ट्रैक से हटाकर स्टेशन पर लाए। इसके बाद चाइल्ड लाइन के सदस्यों बुलाया गया। जहां वे उसे स्टेशन रोड थाने ले गए। जहां नाम पूछने पर उसने अपना नाम तुलसा माहौर निवासी माहौर चौराहा के पास तुस्सीपुरा बताया। तुलसा के चेहरे पर नील के निशान दिख रहे थे। जिस पर उससे पूछताछ की तो पहले वह कुछ भी बोल नहीं रही थी। बाद में बताया कि उसके पति ने चार पांच दिन पहले उसकी मारपीट की थी। मंगलवार को बच्चों सहित यह कहकर घर से निकाल दिया दिया कि अब तेरा खर्चा नहीं उठता। तुलसा की गोद में उसका दो साल का बेटा व नौ साल की बेटी भी थी। वहीं खुद तुलसा आठ माह के गर्भ से भी थी। नौ साल की बेटी की हालत ऐसी थी कि कमजोरी की वजह से वह महज चार साल की लग रही थी। तुलसा से स्टेशन रोड थाने के पुलिस कर्मियों व चाइल्ड लाइन के सदस्यों ने पति के खिलाफ मामला दर्ज कराने की बात कही। जिस पर उसने साफ इंकार कर दिया। इसके बाद उसे वन स्टाप सेंटर ले जाने की भी बात कही। लेकिन उसने इंकार कर दिया। काफी प्रयासों के बाद भी तुलसा अपने बच्चों को लेकर थाने से चली गई।
मामला दर्ज न कराने की यह बताई वजहः
तुलसा ने थाने में एफआइआर दर्ज न कराने के पीछे वजह बताई कि पति को पुलिस को डर नहीं लगता है, कई बार जेल जा चुका है। इसलिए उसका कोई फायदा नहीं है। इसलिए वह किसी तरह का मामला दर्ज नहीं कराना चाहती। तुलसा से पूछा कि अब घर से निकाल दिया है मारपीट के निशान चेहरे पर है। तो अब क्या करेगी। उसने कहा कि कुछ करेगी और अपने घर जाने की कहकर चली गई।