नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना। लगातार हो रही बारिश के कारण क्वारी नदी में उफान आया हुआ है। इस कारण बागचीनी, भैंसरोली और पलपुरा के रपटे व पुलिया डूबे हुए हैं। दो दिन से इन रपटाें से आवागमन बंद होने से 25 से ज्यादा गांवों का सीधा संपर्क कटा हुआ है।
बागचीनी रपटे पर सोमवार की सुबह 20 फीट तक पानी आ गया। रविवार की दोपहर से यहां पुलिस ने बेरीगेट लगाकर नदी किनारे पर भी लोगाें के जाने पर रोक लगा दी है। बागचीनी क्षेत्र के ही भैंसरोली का पुल भी क्वारी नदी के उफान के कारण पानी में 15 फीट नीचे दब गया है। सबलगढ़ के बामसौली के रपटा पर भी आठ से 10 फीट ऊपर पानी है। इधर दिमनी क्षेत्र के पलपुरा का रपटा भी सोमवार की सुबह से पानी में डूबा हुआ है।
सबलगढ़ से कैलारस की ओर जाने वाली नेशनल हाईवे 552 किनारे नाला बना है, जो नेपरी में क्वारी नदी में मिला है। इस नाले से सबलगढ़ के पहाड़ी पासौन और सेमई क्षेत्र तक के पहाड़ी क्षेत्र का पानी क्वारी नदी में मिलता है, लेकिन सेमई गांव के पास कई लोगों ने नाले पर कब्जा कर अतिक्रमण कर लिया है। नाले की जमीन पर अवैध कालोनियां या उनकी सड़क बन गई हैं।
इस कारण जल निकासी का रास्ता रुक गया और यह पानी सब स्टेशन में भर रहा है। सब स्टेशन में तीन से चार फीट तक पानी भर जाने से सोमवार को बिजली सप्लाई बंद करनी पड़ी है। ऐसे हालात में बिजली सप्लाई बहाल रहने पर हादसा होने का डर है। यह सब स्टेशन बंद होने से सांईपुरा फीडर, कुटरावली फीडर, खेड़ाकलां फीडर व सेमई फीडरों से जुड़े लगभग 110 गांवाें में बीते 40 घंटे से बिजली गुल है।
मुरैना शहर के बीचों बीच से गुजरे नेशनल हाईवे 552 पर बैरियर से मुरैना गांव तक का सफर यातना भरा हो गया है। हाईवे किनारे के नाले चोक हैं, इस कारण पानी निकासी नहीं होती। पूरा पानी सड़क पर जमा होता है। सवा महीने से सड़क पर एक से दो फीट तक गहरा पानी भरा है। इस कारण सड़क बुरी तरह खुद चुकी है, कई जगह दो फीट तक गहरे गड्ढे होने से वाहन फंस जाते हैं।
इस समस्या से निजात के लिए नगर निगम ने मुरम डाली है, पर उससे सड़क पर दलदल सा हो गया है। इस जलभराव से सोलंकी पेट्रोल पंप से लेकर दुबे मैरिज गार्डन तक 200 से 250 दुकानदारों की रोजी रोटी छिन गई है। कई दुकानों की शटर एक-एक महीने से नहीं खुली, क्योंकि दुकानों के बाहर फुटपाथ व सड़क डूबी हैं, इस कारण कोई ग्राहक नहीं आता। कईयों दुकानों के अंदर कीचड़ व पानी भर गया है।