नईदुनिया प्रतिनिधि, महू/इंदौर। महिला मित्रों के साथ पार्टी कर रहे दो प्रशिक्षु सैन्य अधिकारी के साथ सनसनीखेज वारदात सामने आई है। सशस्त्र बदमाशों ने प्रशिक्षु अधिकारियों को बेरहमी से पीटा और एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर फरार हो गए। वारदात में मानपुर क्षेत्र के बदमाशों का हाथ सामने आया है, जो लूटपाट के इरादे से आए थे। दो आरोपितों को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया है। आईजी (ग्रामीण) अनुराग के अनुसार वारदात मंगलवार रात करीब ढाई बजे की है।
प्रशिक्षु सैन्य अधिकारी(कैप्टन) कौशल सिंह निवासी बरेली (उप्र) और प्रवीण महू आर्मी कॉलेज में प्रशिक्षण लेने आए हैं। मंगलवार रात दोनों अधिकारियों ने किराये पर कार मंगवाई और दो महिला मित्रों के साथ जाम गेट की ओर घूमने चले गए। छोटी जाम के समीप फायरिंग रेंज में कार खड़ी की और बातचीत करने लगे।
पिस्टल, चाकू और डंडे लेकर आए छह बदमाशों ने अचानक कार को चारों तरफ से घेर लिया। अधिकारी और युवतियों के साथ मारपीट की और रुपये, पर्स लूट लिए। आरोपितों ने चारों से 10 लाख रुपये की मांग की। एक युवती और अधिकारी को रुपये लेने भेजा। घबराया अधिकारी यूनिट पहुंचा और कमांडिंग अधिकारी को घटना बताई।
एसपी के मुताबिक अभी तक की जांच में छह बदमाशों के शामिल होने की बात सामने आई है। चेनपुरा और बिलानी से दो आरोपितों को गिरफ्त में लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आर्मी इंटेलिजेंस ने भी समानांतर जांच शुरू कर दी है। इस बात की जांच की भी जा रही है कि देर रात को प्रशिक्षु अधिकारी कैसे बाहर गए? जिन लड़कियों को मित्र बताया जा रहा है, उनके बैकग्राउंड के बारे में भी जांच-पड़ताल की जा रही है।
डीआईजी (ग्रामीण) निमिष अग्रवाल के मुताबिक 23 वर्षीय प्रशिक्षु सैन्य अधिकारी की शिकायत पर डकैती, मारपीट, फिरौती और सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज कर लिया गया है। पीड़ित अधिकारी ने पुलिस को बताया कि आरोपित बार-बार रुपयों की मांग कर रहे थे। साथी अधिकारी के लौटने में देरी होने पर बदमाश युवती को दूर ले गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
वह उसके रोने की आवाज सुन रहा था। हालांकि युवती ने दुष्कर्म की बात नहीं कही है। बदमाशों से छोड़ने की गुहार लगाई तो उसके साथ मारपीट की गई। पुलिस की गाड़ियां आते देखकर आरोपितों ने युवती को छोड़ दिया। पुलिस उप महानिरीक्षक के अनुसार एक युवती इंदौर की रहने वाली है।
घटना से सदमे में है और बयान देने की स्थिति में नहीं है। पुलिस ने प्रशिक्षु अधिकारी के कथन के आधार पर सामूहिक दुष्कर्म की धारा लगाई है। आरोपितों की तलाश में लगातार दबिश दे रहे हैं। पकड़े गए दो बदमाशों में से एक बदमाश का आपराधिक रिकार्ड भी है।
जहां पर यह घटना हुई वह आर्मी की छोटी फायरिंग रेंज के अंतर्गत है। यह प्रतिबंधित क्षेत्र है। इसके लिए मौके पर बोर्ड भी लगाया गया है। इसके बावजूद कई सैलानी व अन्य लोग प्रतिबंधित क्षेत्र में जाते हैं। साथ ही यह क्षेत्र मुख्य सड़क से करीब 500 मीटर अंदर हैं।
यहां पर हो रही कोई भी गतिविधि सड़क से नजर नहीं आती है। इसके पूर्व भी इसी घटना स्थल पर एक दंपती की कार खाई में गिर गई थी। यहां पर आर्मी के वाहन जाने के लिए कच्चा रास्ता बना हुआ है। इस जगह पर किसी तरह की कोई लाइट भी नहीं है।
इंदौर के आसपास स्थित महू, चोरल, कजलीगढ़ के जंगल में पहले भी इस तरह की वारदातें हो चुकी हैं। पर्यटन स्थल कजलीगढ़ किला क्षेत्र में तो वर्ष 2015 में 45 से अधिक लड़कियों के साथ अलग-अलग दिन दुष्कर्म का मामला सामने आया था। मामला एक जनहित याचिका के रूप में मप्र हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ तक पहुंचा था। पुलिस पूछताछ में राजफाश हुआ था।