आलोक शर्मा, मंदसौर, Zayka Malwa Ka। मालवा के तीन जिले रतलाम, मंदसौर और नीमच अच्छी गुणवत्ता वाली ऊटी लहसुन के उत्पादन के लिए देशभर में प्रसिद्ध हैं। कोरोनाकाल में इम्युनिटी बढ़ाने व कोलेस्ट्राल कम करने जैसे गुणों की वजह से इसकी मांग बढ़ी तो मंदसौर जिला प्रशासन ने इसकी ब्रांडिंग, गुणवत्तापूर्ण उत्पादन, भंडारण और परिवहन की पूरी तैयारी कर ली। किसानों को खेतों में ही गुणवत्ता के लिए विशेषज्ञ की सलाह दिलाई जाएगी। भंडारण के लिए कोल्ड स्टोरेज के साथ बड़े शहरों में परिवहन के लिए किसानों की कंपनियां भी बनाई जाएंगी।
दक्षिण भारत में भरपूर खपत : आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश योजना के तहत लहसुन को मालवा का सिल्वर ब्रांड बनाने के विशेष प्रयास शुरू हो गए हैं और एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत विशेष लोगों तैयार कर टैग लाइन भी दे दी गई है, 'जायका मालवा का'। बता दें कि फूड प्रोसेसिंग के तहत लहसुन की चिप्स भी तैयार की जाती है। दुबई सहित कई अरब देश लहसुन के बड़े खरीदार हैं। दक्षिण भारतीय राज्यों में भी इसकी भरपूर खपत होती है। भगवान पशुपतिनाथ महादेव मंदिर और अफीम की खेती के लिए दुनिया में मशहूर मंदसौर जिले में 30 हजार से अधिक किसान लहसुन की खेती करते हैं। देश के कुल उत्पादन का लगभग 10 फीसद लहसुन मंदसौर व आसपास के जिलों में ही होता है।
स्वास्थ्यवर्धक लहसुन
- लहसुन की एक कली रोज सुबह खाने से कोलेस्ट्राल खत्म हो जाता है।
- एंटी आक्सीडेंट गुण होने से यह हृदय और मधुमेह मरीजों के लिए भी लाभदायी है।
मंदसौर की लहसुन में खास
- यह लहसुन लंबे समय तक चलती है।
- दो से 60 किलो की पैकिंग कर बाहर भेजी जा रही है।
- लहसुन का तेल निकालने की भी योजना पर काम हो रहा है।
ये प्रमुख कार्य होंगे
- ई-मार्केट से जोड़ने पर कार्य होगा।
- खेत में ही गुणवत्ता पर फोकस।
- गार्लिक निर्माण में तकनीकी पर ध्यान।
- आर्गेनिक सर्टिफिकेशन को प्राप्त करने में कम समय लगेगा।
मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस वे बनने के पश्चात लहसुन के परिवहन में तेजी आएगी। रेलवे का कंटेनर डिपो भी शामगढ़ में प्रस्तावित है। मंदसौर में केएनके उद्यानिकी महाविद्यालय किसानों से जुड़ा हुआ है। जिले में कोल्ड स्टोरेज की कमी दूर करने के लिए कार्य किया जा रहा है। - मनोज पुष्प, कलेक्टर