Shamgarh-Harda Rail Project शामगढ़। मालवा और महाराष्ट्र के सीधे संपर्क के साथ ही शामगढ़, शाजापुर, आगर मालवा के विकास पंख लगाने वाला प्रमुख शामगढ़-हरदा रेल प्रोजेक्ट की फाइल 43 साल से रेल मंत्रालय में पड़ी धूल खा रही हैं। अभी हाल ही में जन आशीर्वाद यात्रा में शाजापुर आए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से जनप्रतिनिधियों और मीडिया ने इस फाइलों में दफन इस प्रोजेक्ट के बारे में बात की। तब उन्होंने कहा कि दिल्ली पहुंचकर इसकी फाइल निकलवाने की बात कही है।
वर्ष 1980 में तत्कालीन देवास-शाजापुर सांसद द्वारा प्रस्तावित किए शामगढ़-हरदा रेल प्रोजेक्ट में नक्क्षा बनने व छुट-पुट अन्य कार्य होने के बाद से ही फाइल बंद ही हैं। अब इस 43 साल पुरानी मांग की फाइल रेल मंत्री के आश्वासन के बाद पुन: खुलने की उम्मीद जगी है।
जानकारी के अनुसार भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में शाजापुर आए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से शामगढ़-हरदा रेल प्रोजेक्ट के बारे में मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि देवास-शाजापुर सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी और प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार भी इस मामले को मेरे संज्ञान में लाए हैं। दिल्ली पहुंचकर इस प्रोजेक्ट की फाइल निकलवाई जाएगी। इस प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारने की पूरी कोशिश की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि 31 मई 1980 को तत्कालीन शाजापुर-देवास सांसद भागीरथ मालवीय ने भी तत्कालीन रेल मंत्री के सामने शामगढ़-हरदा रेल लाइन प्रोजेक्ट रखा था। 335 किमी लंबे रेल मार्ग के प्रोजेक्टर को रेलवे ने बनवाया था।
तत्कालीन रेलमंत्री ने जिलेवासियों को पत्र लिखकर भरोसा दिलाया गया था कि यह रेल मार्ग बनाया जाएगा। लेकिन बाद में सांसद बदलते ही प्रोजेक्ट फाइलों में दफन होकर रह गया। इस प्रोजेक्ट पर किसी ने ध्यान भी नहीं दिया। वर्तमान देवास-शाजापुर सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने यह प्रोजेक्टर रेल मंत्री के संज्ञान में लाए।
शामगढ़-हरदा रेल प्रोजेक्ट जमीन पर उतरता हैं तो शामगढ़ सीधे रतलाम-भोपाल रेल लाइन से जुड़ जाएगा। इसके अलावा यहां से सीधे महाराष्ट्र के लिए नई लाइन होगी जो किमी में भी कम होगी। दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग के समानांतर एक नया मार्ग भी मिलेगा।
शामगढ़-हरदा रेल लाइन से शाजापुर, आगर मालवा, देवास, सीहोर चार जिले के लोगों को सीधे लाभ मिलेगा। इन क्षेत्रों का सीधे राजस्थान और महाराष्ट्र से रेल संपर्क हो जाएगा। तत्कालीन जनप्रतिनिधियों की मांग के अनुरूप यदि शामगढ़-हरदा रेल मार्ग बिछ जाता है तो शामगढ़ के साथ शाजापुर बड़ा रेल जंक्शन बन जाएगा। अभी मक्सी-गुना लाइन पर स्थित शाजापुर का नई लाइन से सीधे कोटा, भोपाल से कनेक्शन हो जाएगा।
प्रोजेक्टस के अनुसार नया रेलमार्ग शामगढ़ से सोयतकलां, सुसनेर आमला, आगर मालवा, कानड़, दुपाड़ा, शाजापुर, बेरछा, पोलायकला, अवंतिपुर बड़ोदिया, आष्टा, नेमावर होते हुए सीधे हरदा तक डलना था। 43 साल में किसी भी सांसद एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने इस महत्व पूर्ण प्रोजेक्ट के बारे में आवाज नहीं उठाई। जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के चलते प्रस्ताव रेल मंत्रालय की फाइलों में दब गया। अगर शामगढ़-हरदा रेल प्रोजेक्ट अमल में आ गया तो विकास के नए द्वार खुल जाएंगे।
वरिष्ठ समाजसेवी संध्यादेवी जायसवाल ने कहा कि शामगढ़-हरदा रेल प्रोजेक्ट के लिए पुरजोर पहल होना चाहिए। ताकि इस पिछड़े क्षैत्र का समुचित विकास हो सके। हम इसके लिए पुरजोर आवाज उठाएंगे।
रेल सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य नारायणभाई गुजराती ने कहा कि यह रेल प्रोजेक्ट इस क्षेत्र के साथ जिले के लिए भी बड़ी सौगात होगी। जनप्रतिनिधियों को वर्षों से फाइलों मे बंद इस प्रोजेक्ट को बाहर लाकर योजना को मूर्त रूप दिलाना चाहिए।