नईदुनिया प्रतिनिधि, मंदसौर (Ghar Wapsi)। मंदसौर में बुधवार को एक और मुस्लिम महिला ने दो बच्चों के साथ घर वापसी कर ली। महिला मेहनाज को अब नया नाम मीनाक्षी मिल गया है। वहीं उनके दो बच्चे फहरान व शहजाद को नया नाम लव-कुश मिला है। मंदसौर जिले में 2022 में पहली घर वापसी शेख जफर शेख ने किया था। तब उन्हें नया नाम चैतन्यसिंह राजपूत नाम मिला था।
तब से लेकर अभी तक वह 47 लोगों की घर वापसी करा चुके हैं। इनमें 38 महिलाएं और 8 पुरुष हैं। दो वर्ष पूर्व सनातन धर्म अपनाने वाले चैतन्यसिंह राजपूत (पूर्व नाम शेख जफर शेख) ने सनातन धर्म में आस्था रखने वालों की घर वापसी का अभियान शुरू किया है।
बुधवार को गायत्री शक्तिपीठ में धमनार निवासी मेहनाज ने इस्लाम त्यागकर कानूनी व धार्मिक प्रक्रिया से सनातन धर्म अपनाया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में हिंदू युवा वाहिनी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
मेहनाज ने बताया कि अब मुझे नया नाम मिला है। पहले से सनातन धर्म में आस्था थी। हमारे पहले वाले घर में महिलाओं की बिलकुल भी इज्जत नहीं करते हैं। पति काफी प्रताड़ित करते थे इसलिए घर वापसी का मन बनाया था।
मोबाइल के माध्यम से हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी चैतन्यसिंह राजपूत के बारे में पता चला। हम चैतन्यसिंह राजपूत से मिले, उन्होंने कानूनी और धार्मिक प्रक्रिया के बारे में बताया। बुधवार को विधि विधान से सनातन धर्म अपनाया है।
हमारे संगठन के लोगों ने बताया था कि महिला का घर में सम्मान नहीं हो रहा था। ससुराल में भी घुटन भरी जिंदगी जी रही थी। इनको लगने लगा था कि अब सनातन धर्म अपनाना चाहिए। तब यह तभी हमारे संपर्क में आई थी और कानूनी व धार्मिक प्रक्रिया से मतांतरण कराया है। मेहनाज अब मीनाक्षी बन गई हैं और बच्चे फरहान व शहजाद को नया नाम लव-कुश मिला हैं। 2022 से अभी तक 47 वां मतातंरण हैं। इनमें 39 महिलाएं हैं और 8 पुरुष हैं। - चैतन्यसिंह राजपूत, प्रदेश प्रभारी, हिंदू युवा वाहिनी