110 किमी की रफ्तार का पहला ट्रायल सफल, डिब्बे में ही इंजन भी लगे हैं इस ट्रेन के
इसके बाद 1 से 8 दिसंबर तक 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रायल होगा।
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Publish Date: Thu, 29 Nov 2018 08:22:17 PM (IST)
Updated Date: Thu, 29 Nov 2018 10:00:52 PM (IST)
शामगढ़ (मंदसौर), नईदुनिया न्यूज। डिब्बो में ही इंजन वाली सेमी हाईस्पीड ट्रेन 18 का गुरुवार को दिल्ली-मुंंबई रेलमार्ग पर परीक्षण किया गया। गुरुवार को कोटा से सवाई माधोपुर तक व फिर सवाई माधोपुर से सीधे शामगढ़ तक लगभग 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन का परीक्षण किया गया। अब 30 नवंबर को भी इसी ट्रेन का 130 किमी की रफ्तार से परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद 1 से 8 दिसंबर तक 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रायल होगा।
पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेल मंडल सहायक वाणिज्य प्रबंधक नंदकिशोेर मीणा ने बताया कि 1 से 8 दिसंबर के बीच सवाई माधोपुर कोटा शामगढ़ के बीच सभी पीडब्लूआई को रेल प्रशासन द्वारा सतर्कता आदेश दिए गए है। इस दौरान तीन स्टेशनों के बीच ब्लॉक सेक्शन खाली रहेंगे। सवाई माधोपुर से कोटा व शामगढ़ तक सभी सेक्शन के के आला अधिकारी पूरी तरह अलर्ट मोड पर रहेंगे। 30 नवंबर को यह ट्रेन सवाईमाधोपुर कोटा से शामगढ़ तक 130 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी। अभी इसे चलाकर देखा जा रहा है। इसे ट्रायल में नहीं गिना जाएगा।
ट्रेन में जो उपकरण लगाए गए है उन्हें इस दौरान चेक किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि बिना इंजन वाली ट्रायल सेमी हाई स्पीड 18 को अनुसंधान अभिकल्प और मानक संगठन की पहल पर ट्रैक की अनुकूलता के चलते सवाई माधोपुर कोटा शामगढ़ तक किया जाएगा। ट्रेन पूरी तरह को चेन्न्ई की आईसीएफ कंपनी ने मेक इन इंडिया योजना के तहत तैयार किया है। ट्रेन में 16 कोच रहेंगे। यह 180 प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी। यह पूरी तरह से वातानूकुलित है। इसमें इंजन नहीं है। कोचों के नीचे टेेंशन मोटर लगाई गई है। जिसमें ट्रेन सेल्फप्रोपेल्ड सिस्टम के जरिए पटरियों पर दौड़ेगी। इस रूट पर ट्रायल के बाद मौजूदा रेक को शताब्दी एक्सप्रेस के रेेंक में चलाने की योजना है।