नईदुनिया प्रतिनिधि, मंदसौर। मंदसौर पुलिस के एएसआई सहित 4 पुलिसकर्मी हत्या और एनडीपीएस के आरोपित को पेशी पर ले गए। इसके बाद उसे दर्शन कराने गुजरात के पावागढ़ माताजी मंदिर में दर्शन कराने भी ले गए। दर्शन के बाद रोप-वे से लौटते समय आरोपी दशरथ जाट हथकड़ी सहित फरार हो गया।
जानकारी के अनुसार पुलिसकर्मी उसे पेशी पर भी निजी कार से हालोल लेकर गए थे। नियमानुसार उसे ट्रेन या बस से जाना था। मामले में मंदसौर एसपी अनुराग सुजानिया ने एएसआई, हेड कांस्टेबल व 2 आरक्षक को निलंबित कर दिया है।
पिपलियामंडी थाना क्षेत्र में वृद्धा की हत्या कर अफीम लूटने के मामले में दशरथ जाट मंदसौर जेल में बंद था। एनडीपीएस एक्ट के एक पुराने मामले में पुलिसकर्मी उसे गुजरात के हालोल में पेशी के लिए ले गए थे।
दशरथ जाट के फरार होने के बाद पावागढ़ पुलिस ने आरोपी सहित पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया है।
जानकारी के अनुसार 27 मार्च 2024 को ग्राम लसुड़िया राठौर में 70 वर्षीय चंद्रकुंवर की हत्या कर अफीम लूटने के मामले में पुलिस ने पिपलियामंडी थाना क्षेत्र के गांव चावली निवासी दशरथ पिता ओमप्रकाश जाट सहित हत्या में शामिल अन्य आरोपियों को 5 अप्रैल को गिरफ्तार किया था।
18 जून 2024 को मंदसौर के सहायक उपनिरीक्षक नरेंद्र पंवार, प्रधान आरक्षक सुनील यादव, आरक्षक मधुसूदन चौहान व शिवनारायण माली मंदसौर जेल से दशरथ जाट को एनडीपीएस एक्ट के एक मामले में गुजरात के हालोल में पेशी के लिए ले गए थे।
बुधवार को अदालती कार्रवाई पूरी होने के बाद पुलिस दशरथ को पावागढ़ ले गई थी। दर्शन करने के बाद लौटते समय आरोपी रोप-वे में बैठने के दौरान पुलिस को चमका देकर हथकड़ी सहित फरार हो गया।
एएसपी गौतम सोलंकी ने बताया मंदसौर एसपी ने लापरवाही बरतने के मामले में एएसआई, प्रधान आरक्षक व दो आरक्षक को निलंबित कर दिया है।
निजी कार से ले गए
जानकारी के अनुसार नियमानुसार एएसआई व पुलिसकर्मियों को आरोपित को बस या ट्रेन से पेशी पर ले जाना था। इसके बजाय निजी कार में बैठाकर पेशी के लिए ले गए थे। न्यायालयीन कार्रवाई पूरी होने के बाद सभी पावागढ़ माताजी मंदिर दर्शन के लिए गए थे। लौटते समय रोप-वे में बैठने के दौरान ही आरोपी दशरथ फरार हो गया।