नईदुनिया,मंडला (Mandla News)। जिले में पुलिस ने एक नवाचार किया है। एक रोबोट डॉल तैयार किया गया है। स्कूलों में छात्राओं को गुड टच बैड टच की जानकारी दी जा रही है। जिससे आसानी से स्कूली छात्राएं यह जान पा रही है कि किसे गुड टच कहा जाता है और किसे बैड टच।
इसी कड़ी में मंडला पुलिस के ट्रेफिक सूबेदार योगेश राजपूत द्वारा गुड टच बैड टच जैसी बातों को और भी सरलता से समझाने के लिए न्यूनतम संसाधनों से एक रोबोट डॉल का निर्माण किया गया है। जो बच्चों को गुड टच बैठ टच के बारे में सिखलाई देती है।
बच्चे ख़ुद डॉल को छूते हैं जिससे डॉल उन्हें बताती है कि यह गुड टच है या बैड टच है। इस अनूठे प्रयोग से योगेश राजपूत द्वारा स्कूली में जाकर उन्हें महिला व बच्चों संबंधी अपराधों के प्रति जागरूक करा रहें है वहीं रोबोट के माध्यम से बच्चे सरलता से डॉल के माध्यम से गुड टच बैड टच सीख रहे हैं।
बच्चों में डॉल के प्रति भारी उत्साह है। शिक्षक भी इस प्रयोग की काफ़ी सराहना कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि ऐसे प्रयोगों से बच्चे बहुत आसानी से सीखते हैं और सिखलाई जाने वाली बातों को को लंबे समय तक याद रखते हैं।
पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा के निर्देशन पर संपूर्ण ज़िले में महिला सुरक्षा को लेकर जागरूकता हेतु अभियान चलाया जा रहा है।जिससे मंडला पुलिस का अनूठा प्रयोग सफल हो रहा है। ग़ौरतलब है कि मध्य प्रदेश में बालक बालिकाओं एवं महिला सुरक्षा के संबंध में अभियान चलाए जा रहे हैं।
ऐसे में यह रोबोट डॉल अभियान को सफल बनाने में काफ़ी सहायक सिद्ध हो रही है। उल्लेखनीय है कि उक्त जागरूकता रोबोट ट्रेफिक सूबेदार योगेश राजपूत के द्वारा न्यूनतम संसाधनों में स्वयं के तकनीकी ज्ञान के आधार पर निर्मित किया गया है।