Omkareshwar Mandir: ओंकारेश्वर (नईदुनिया न्यूज)। ओंकारेश्वर में रविवार को दर्शनार्थियों का सैलाब उमड़ा। जेपी चौक से ओंकारेश्वर मंदिर तक श्रद्धालुओं ने कतार लगी रही। लगभग पांच घंटे तक लाइन में लगने के बाद भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन हो सकें। मंदिर के गर्भगृह में जगह की कमी श्रद्धालुओं के साथ ही प्रशासन के लिए भी चुनौती बनी हुई है। ओंकारेश्वर में नया झूला पुल आवाजाही के लिए बंद रहने से परेशानी और बढ़ गई है।
ग्रीष्म अवकाश की वजह से इन दिनों तीर्थनगरी में श्रद्धालुओं की संख्या काफी बढ़ गई है। शनिवार और रविवार को दर्शनार्थियों की संख्या 50 हजार से अधिक हो जाती है। देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में दर्शन के लिए फजिहतों का सामना करना पड़ रहा है। भीड़ में धक्का-मुक्की और दुर्व्यवहार की घटनाएं रुक नहीं रही हैं। इससे ओंकारेश्वर तीर्थ क्षेत्र की छवि धूमिल हो रही है।
रविवार को भी मंदिर ट्रस्ट के भरत नामक सुरक्षाकर्मी ने एक बुजुर्ग श्रद्धालु से दुर्व्यवहार किया गया। जब उसे समझाने का प्रयास किया गया तो भरत ने समझाने वालों से भी अभद्रता की। इसके पूर्व भी मंदिर परिसर में तीर्थयात्रियों के साथ मंदिर ट्रस्ट के सुरक्षाकर्मियों ने मारपीट और दुर्व्यवहार की घटना हो चुकी है। दर्शन के नाम पर कतिपय दलालों द्वारा तीर्थ यात्रियों से प्रति व्यक्ति 500 से लेकर दो हजार रुपये तक वसूले जाते हैं।
पैसा लेकर दर्शन कराने वालों के हौसले इतने बुलंद हैं कि मंदिर ट्रस्ट के कार्यपालन अधिकारी एसडीएम चंद्रसिंह सोलंकी से भी मंदिर में वीआईपी दर्शन कराने के नाम पर रुपया मांग जा चुके हैं। मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी तथा प्रशासनिक अधिकारियों को वीआइपी दर्शन की व्यवस्था को प्रभावी बनाना चाहिए जिससे दलालो की स्वार्थ पूर्ति न हो सके। समाजसेवी विनोद गौर ने कहा कि ओंकारेश्वर में बड़ी दूर.दूर से श्रद्धालु बड़ी आस्था के साथ दर्शन करने आते हैं।
इन तीर्थयात्रियों में बड़ी संख्या में बुजुर्ग,महिलाएं व बच्चे भी शामिल होते हैं और घंटों तक लंबी-लंबी कतारों में लगकर भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन करते हैं। ऐसे में मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं होना बड़ा दुखदायी है। वहीं अनियंत्रित भीड़ की वजह से किसी दिन बड़ी घटना घटित हो सकती है। श्रद्धालुओं ने मांग की है कि मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी में दुर्व्यवहार करने वाले सुरक्षाकर्मियों को हटाया जाना चाहिए और मंदिर ट्रस्ट को कार्यशाला आयोजित कर सुरक्षाकर्मियों को शालीन व्यवहार करने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।
ओंकारेश्वर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए व्यवस्था की गई है। गर्भगृह में जगह की कमी से दर्शन में परेशानी आती हैं। इसके विस्तार की योजना पर विचार-विमर्श चल रहा है। श्रद्धालुओं से बेहतर व्यवहार के लिए कर्मचारियों को समझाइश के साथ कार्रवाई भी की जा रही है। - सीएस सोलंकी, एसडीएम पुनासा