नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा, खालवा। प्रदेश में सक्रिय हुए पश्विमी विक्षोभ का असर मंगलवार को खंडवा जिले में भी देखने को मिला। सुबह से आसमान में बादलों का डेरा छाया रहा। दोपहर 12 बजे तक हवाएं चली। इसके बाद कुछ देर के लिए धूप निकली। दोपहर में उमस का अहसास हुआ। दोपहर बाद आसमान में छाए बादलों ने ओंकारेश्वर, खालवा सहित पड़ोसी जिले खरगोन और हरदा से लगे खंडवा के हिस्सों में अपना असर दिखाना शुरू किया।
खरगोन जिले के आसपास लगे हुए हिस्से देशगांव, सनावद, पुनासा सहित अन्य कुछ क्षेत्रों में तेज हवाएं चलना शुरु हुई। मौसम वैज्ञानिक डा.सौरभ गुप्ता के अनुसार इन हिस्सों में करीब 15 से 20 मिनट हल्की बारिश हुई। वहीं हरदा जिले से जुडे खालवा के कई हिस्सों में शाम को तेज हवा के साथ वर्षा हुई। करीब 10 मिनट तक बेर के आकार के ओले गिरे। आशापुर, मदरानी, खुर्द कालाआम, मीरपुर, हीरापुर में एक घंटे तेज हवा और आंधी चली। पेड़ गिर गए।
बिजली के पोल भी तिरछे हो गए। कच्चे घरों के टीन और कवेलू उड़ने से किसानों की रखी उपज को भी नुकसान हुआ है। इधर, खंडवा में भी शाम करीब छह बजे तेज हवाएं चलीं। हालांकि यहां बारिश की स्थिति नहीं बनी। वहीं ओंकारेश्वर में बेमौसम बारिश ने तांडव मचाया। ओंकारेश्वर, मोरटक्का में तथा ग्राम कोठी व आसपास में मौसम वैज्ञानीकों की चेतावनी अनुसार जमकर आंधी तूफान के साथ बारिश हुई।
इसमें अभी तक जनहानि की सूचना नहीं है। लेकिन फसलों व आर्थिक नुकसान अत्यधिक हुआ है। पेड़-पौधे गिर गए। घरों पर लगी टीन की छतें हवा आंधी में उड़ती नजर आई। मौसम वैज्ञानिक डा. गुप्ता के अनुसार बुधवार को भी इस तरह की स्थिति बन सकती है। 15 अप्रैल तक मौसम खराब रहने की संभावना मौसम वैज्ञानिकों ने जताई है।
आंधी और बैकवाटर की लहरों के कारण इंधावड़ी स्थित एनएचडीसी के 90 मेगावाट क्षमता के फ्लोटिंग सोलर प्लांट की प्लेट व पैनल उड़ गए। यहां काम कर रहे कर्मचारी हवा-आंधी के बीच अपनी जान बचाकर इधर.उधर भागते नजर आए। विदित हो कि ओंकारेश्वर बांध के बैकवाटर में तीन स्थानों पर 300 मेगावाट क्षमता के सोलर पावर प्लांट आकार ले रहे हैं।
इनसे इस माह बिजली उत्पादन भी शुरू होना है। मौसम के तूफानी रूख से प्लांट का कार्य प्रभावित होने से बिजली उत्पादन पिछड़ने की आशंका है। ऊर्जा विकास निगम के जिला अक्षय अधिकारी राजेंद्र गोयल ने बताया कि तेज हवा और लहरों से इंधावड़ी में निर्माणाधीन सोलर प्लांट के पैनल प्रभावित होने की सूचना है। इसमें किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।