Khandwa News : खंडवा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इंटरनेट मीडिया के लोकप्रिय युवा संन्यासी स्वामी राम शंकर उर्फ डिजिटल बाबा मां नर्मदा की परिक्रमा पर देवउठनी एकादशी पर रवाना हुए। उन्होंने ओंकारेश्वर में गोमुख घाट पर पूजन व कन्या भोज के उपरांत नर्मदा परिक्रमा प्रारंभ की है। युवा संन्यासी स्वामी राम शंकर युवा वर्ग को अध्यात्म भारतीय संस्कृति के विषय पर लगातार इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जागरूक और जीवन में अध्यात्म के महत्व को समझा रहे हैं।
डिजिटल बाबा के फेसबुक पेज पर देश और दुनियाभर के डेढ़ लाख लोग फालो करते हैं। डिजिटल बाबा ने बताया कि मां नर्मदा की परिक्रमा मेरे जीवन का नितांत निजी अनुभव का विषय है। इसे इंटरनेट मीडिया के जरिए लोगों के मध्य दिखाने का उद्देश्य परिक्रमा के महत्व को समाज के युवा पीढ़ी तक पहुंचना है, ताकि प्रेरित होकर अधिक से अधिक संख्या में युवा मां नर्मदा परिक्रमा में शामिल हो। परिक्रमा के जरिए साधक के भीतर भक्ति ईश्वर कृपा बढ़ती है। परिक्रमा का लाइव प्रसारण का उद्देश्य वृद्धजन शक्ति- सामर्थ्य के अभाव में परिक्रमा नहीं कर पा रहे, उन्हें परिक्रमा का दर्शन लाभ प्राप्त हो सकें।
फिल्म अभिनेता बनना चाहते थे, संन्यासी बन गए - स्वामी राम शंकर डिजिटल बाबा का जन्म उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के ग्राम खजुरी भट्ट में एक नवंबर 1987 को हुआ। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पले बड़े हैं। वर्ष 2008 में 11 नवंबर को अयोध्या के लोमश ऋषि आश्रम के महंत स्वामी शिवचरण दास महाराज से दीक्षा प्राप्त कर वैरागी परंपरा के भक्ति मार्ग में अपना जीवन समर्पित कर दिया। आठ वर्षों में वेद, उपनिषद, रामायण, भगवद् गीता, योगशास्त्र व संगीत का गहन अध्ययन किया है। विद्यार्थी जीवन में स्वामीजी फिल्म अभिनेता बनना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने अनेक नाट्य संस्थानों में अभिनय सीखा, नाटकों में रंगमंच पर अभिनय किया।