‘बेसमेंट सील होने वाला है, मरीज और डॉक्टर बाहर हो जाएं’... खंडवा में एक्शन, 300 से अधिक स्थानों पर बेसमेंट में चल रहा व्यवसाय
मध्य प्रदेश के खंडवा में बेसमेंट में संचालित दुकानों पर बड़ी कार्रवाई की गई। प्रशासन ने 28 बेसमेंट सील किए हैं, जबकि शहर में ऐसे 300 बेसमेंट में अवैध रूप से व्यावसायिक गतिविधियां हो रही हैं। सील किए गए एक बेसमेंट में तो अस्पताल चल रहा था। यह मुनादी कर मरीज और डॉक्टरों को बाहर निकाला गया।
By Arvind Dubey
Publish Date: Tue, 19 Nov 2024 08:32:32 AM (IST)
Updated Date: Tue, 19 Nov 2024 08:32:32 AM (IST)
इंदौर रोड पर बेसमेंट में संचालित एक क्लीनिक को निगम की टीम ने खाली कराया। (फोटो - नईदुनिया) HighLights
- बेसमेंट में चल रहे हॉस्पिटल समेत अन्य दुकानों पर कार्रवाई
- सोमवार को 28 में से 7 बेसमेंट सील किए, बाकी को नोटिस
- 5 दिन पहले जारी हुए थे नोटिस, लोगों ने गंभीरता से नहीं लिया
नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। ‘यह बेसमेंट सील होने वाला है, हॉस्पिटल में जितने मरीज और डॉक्टर हैं, बाहर हो जाएं। मेडिकल भी बंद कर दें। लाइट, पंखे बंद करके स्टाफ भी बाहर आ जाए। नगर निगम की कार्रवाई में सहयोग कीजिए। बेसमेंट में किसी भी तरह की गतिविधि अनाधिकृत है।’
कुछ इसी तरह की मुनादी करते हुए नगर निगम की टीम ने इंदौर रोड पर बेसमेंट में चल रहे हॉस्पिटल, मेडिकल स्टोर्स बंद करा दिए। इसके अलावा बेसमेंट में चल रहे ऑटोमोबाइल शोरूम और अन्य दुकानों पर भी ताले लगा दिए गए।
व्यवसायियों में हड़कंप, नोटिस पर नहीं दिया ध्यान
- नगर निगम आयुक्त प्रियंका राजावत ने पांच दिन पहले शहर के 28 व्यवसायिक भवन मालिकों को नोटिस दिए थे, जहां बेसमेंट में अनाधिकृत गतिविधि संचालित हो रही है। इन्हें 24 घंटे में बेसमेंट खाली कराने की चेतावनी दी थी, लेकिन इस चेतावनी को भवन मालिकों ने गंभीरता से नहीं लिया।
- सोमवार को 28 में से सात बेसमेंट सील कर दिए गए। उपायुक्त सचिन सिटोले ने कहा कि निगम की यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी। निगम की टीम सबसे पहले टाउनहाल क्षेत्र में पंजाब बैंक के पीछे मामचंद केसरीमल जैन के व्यवसायिक भवन में पहुंची।
- यहां बेसमेंट में क्लीनिक और अन्य व्यवसाय संचालित हो रहा था। अधिकारियों से इसे खाली करने के निर्देश दिए। हालांकि भवन मालिक ने बहानेबाजी करने लगा।उपायुक्त सिटोले ने निगम के कर्मचारियों को यहां बेसमेंट सील करने के लिए कहा और आगे बढ़ गए।
- निगम की इस कार्रवाई से व्यवसायियों में हड़कंप मच गया। निगम के निशाने पर शहर के बीच चल रहे ऐसे व्यवसायिक भवन भी हैं, जहां बेसमेंट में दुकानें संचालित होने से पार्किंग व्यवस्था गड़बड़ा रही है। अधिकारियों ने एक-एक कर सात बेसमेंट सील किए।
- इस दौरान भवन मालिकों के साथ ही बेसमेंट में व्यवसाय करने वाले भी अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ाते नजर आए, लेकिन उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि बेसमेंट का उपयोग केवल गोडाउन और पार्किंग स्थल के लिए ही किया जा सकता है।
कहां-कहां हुई कार्रवाई
टीम ने इंदौर रोड मुख्य मार्ग पर विजय कुमार बिनवानी के बिनवानी मोटर्स, विकास जैन के नर्मदा हॉस्पिटल, पड़ावा क्षेत्र में संजय अग्रवाल के केक गार्डन, लेडी बटलर क्षेत्र में शिव मंदिर के पास राजेंद्र शुक्ला, डा.नीता जायसवाल के जीवन ज्योति कॉम्प्लेक्स, संतोष अग्रवाल के क्लीनिक और पेथोलॉजी लैब पर कार्रवाई करने पहुंची। इन सभी स्थलों पर बेसमेंट में व्यवसायिक गतिविधियां बंद कराकर सील कर दिया गया।
डॉक्टर कर रहे थे इलाज, बाहर किया
इंदौर रोड पर बेसमेंट में चल रहे नर्मदा हॉस्पिटल में जब निगम की टीम पहुंची, तो यहां डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे थे। इसी बेसमेट में मेडिकल भी संचालित हो रहा था। बेसमेंट में मरीजों की भीड़ लगी थी।
निगम के अतिक्रमण विरोधी दस्ते ने माइक से मुनादी करते हुए कहा कि बेसमेंट सील होने वाला है, सभी मरीज बाहर निकल जाएं। इसके बाद मरीजों के साथ ही डॉक्टर भी बेसमेंट से बाहर हो गए।
इस बेसमेंट में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर मोहित गर्ग अपना निजी क्लीनिक चला रहे थे। हास्पिटल में आने वाले मरीजों को ऊपरी तल पर भर्ती किया गया था। इनमें से कुछ बच्चों को ऑक्सीजन दी जा रही थी, जिसकी सप्लाय बेसमेंट में रखे सिलेंडर से हो रही थी। इस लिहाज से बेसमेंट का एक शटर खोलकर रखने की अनुमति अधिकारियों को देनी पड़ी।