नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। मेडिकल कॉलेज के एक प्रोफेसर का शव रेलवे ट्रैक पर मिला। शनिवार दोपहर मूंदी रोड पर लोगों ने रेलवे ट्रैक के पास शव पड़ा हुआ देखा, जिसकी सूचना पुलिस को दी। शव के पास से पुलिस को एक बाइक, एटीएम कार्ड और कुछ दस्तावेज भी मिले, जिससे प्रोफेसर द्वारका प्रसाद गोत्रे की पहचान हुई।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज भेजा। पत्नी और बड़वानी में गोत्रे के परिवार वालों को सूचना मिलने पर वे शाम को अस्पताल पहुंचे। घरवालों का कहना है कि गोत्रे कुछ समय से मानसिक रुप से तनाव में थे।
द्वारका प्रसाद गोत्रे खंडवा के नन्द कुमार सिंह चौहान शासकीय मेडिकल कॉलेज में डेमोस्टेटर के पद पर कार्यरत थे। वे बड़वानी के रहने वाले थे और करीब पांच से छह सालाें से वे खंडवा में रह रहे थे। मेडीकल कॉलेज वालों ने भी कहा कि वे मानसिक रुप से तनाव में थे, कुछ समय से उनका उपचार भी चल रहा था।
शनिवार को भी जिला अस्पताल में एक डॉक्टर से उपचार के संबंध में मुलाकात करने के बाद गए थे। दोपहर में मेडिकल लीव लेकर घर गए थे। इसके बाद से उनका पता नहीं चला और सूचना मिली कि शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा है। शाम को अस्पताल पहुंचे गोत्रे के भाई मनोज गोत्रे ने बताया कि लंबे समय से वे तनाव में थे।
प्रोफेसर के भाई ने बताया कि एक साल पहले भी द्वारका ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। उस समय पत्नी ने घबराकर बड़वानी फोन लगाया। घर वालों ने खंडवा पहुंचकर उन्हें समझाइश भी दी थी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि प्रोफेसर द्वारका का एक बालक बोल नहीं पाता था, जिसका उन्होंने टेंशन ले लिया और वे तनाव में रहते थे।