खंडवा, नईदुनिया प्रतिनिधि। बुधवार को नगर निगम की साधारण सभा हंगामेदार रही। कांग्रेस के साथ ही भाजपा पार्षदों के भी हंगामे के बीच नगर निगम के बजट को स्वीकृति प्रदान की। बजट में दाधिच पार्क में मल्टीलेवल पार्किंग और इतवारा बाजार में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स निर्माण की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा भी शहर हित के कई प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गई।
भाजपा पार्षदों ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल भी उठाए। बजट में आय-व्यय प्रस्तुत की गई। साधारण सभा में 31.08 लाख रुपए की बचत का बजट पारित किया गया। 12.40 बजे शुरू हुई बैठक शाम 5.40 बजे समाप्त हुई।
प्रारंभ में पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित कर मौन रखा गया। बैठक की शुरुआत में ही हंगामा हो गया। पार्षदों ने नर्मदा जल नल कनेक्शन, इंदौर रोड पर टीन शेड की दुकानों और निर्माणाधीन नालियों को लेकर सवाल खड़े कर दिए।
एमआईसी सदस्य ने उठाए ये सवाल
एमआईसी सदस्य वेदप्रकाश शर्मा ने चीराखदान में बन रही महंगी दर की नालियों पर सीधे महापौर सुभाष कोठारी से सवाल किया। साथ ही उन्होंने बुधवारा बाजार की आत्मानंद लॉज की लीज दर और नवचंडी के मांगलिक परिसर की लीज दर में जमीन-आसमान का अंतर होने की बात कहते हुए निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया।
'डायन की तरह पैसे डकारे जा रहे'
शर्मा ने तो यहां तक कह दिया कि निगम में गुंडागर्दी चल रही है और डायन की तरह पैसे डकारे जा रहे हैं। हाल ही विकसित किए गए नागचून उद्यान को लेकर भी उन्होंने कहा कि आखिर ऐसी क्या वजह है कि यहां 700 रुपए का एक पौधा लगाया गया। शहर के बगीचों में पौधे क्यों नहीं लगाए गए।
पार्षद दीपा सोनी ने कहा कि शहर के बगीचों की घास नहीं काटी जा रही है। इस पर वेदप्रकाश शर्मा ने कहा कि निगम के घास काटने वाले कर्मचारी तो अफसरों के यहां बर्तन मांझ रहे है। नर्मदा जल नल कनेक्शन की कीमत भी तय नहीं होने पर शर्मा ने आक्रोश व्यक्त किया।
इस पर अध्यक्ष रामगोपाल शर्मा ने कहा कि जल समिति अध्यक्ष अध्यक्ष अमर यादव, महापौर सुभाष कोठारी के साथ बैठक कर नल कनेक्शन देने की राशि तय कर लें। वेदप्रकाश शर्मा ने ही यह सवाल भी उठाया कि नगर निगम ने जिन कामकाजी महिलाओं को ट्रेनिंग दी थी, उनमें से कितनों को रोजगार मिला है। उनके इस सवाल का भी जवाब नहीं मिला।
शिक्षा उपकर को लेकर भी हुआ हंगामा
साधारण सभा में इस बात पर भी हंगामा हुआ कि शिक्षा उपकर में ली जाने वाली राशि कहां खर्च की जा रही है। राशि खर्च करने के मुद्दे पर महापौर सुभाष कोठारी ने जवाब दिया तो पार्षद अहमद पटेल उनके पास पहुंच गए। उन्होंने कहा कि मेरे वार्ड में कहां किस स्कूल में काम करवाया, बतााया जाएं। महापौर से बहस करते हुए पार्षद पटेल उनकी टेबल तक चले गए। दो अन्य पार्षदों ने पटेल को महापौर से दूर किया।
नालियों को लेकर कांग्रेस-भाजपा पार्षदों ने घेरा
नालियों के मुद्दे पर अध्यक्ष रामगोपाल शर्मा को भी बोलना पड़ा कि मेरे ही वार्ड में नालियां नहीं बन पा रही है। अध्यक्ष ने स्वयं ही कहा कि नगर निगम हम चला रहे हैं कि ठेकेदार। यह सवाल उन्होंने कार्यपालन यंत्री ईश्वर चंदेली से किया था, लेकिन इस पर भी जवाब नहीं मिला। आंबेडकर वार्ड पार्षद ओमप्रकाश सिलावट ने कहा कि नागिन जैसी नालियां बनाई जा रही हैं। कोई इंजीनियर देखने तक नहीं आता। इस पर भी जांच होना चाहिए।
अध्यक्ष शर्मा ने आयुक्त को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने फटकार लगाते हुए कहा कि फाइलें कहां गायब हो जाती हैं। मेरे पास क्यों नहीं आती है। आप हमेशा इसको अनदेखा करते हैं। अध्यक्ष ने आयुक्त को कहा कि आपको काम करना हो तो ठीक अन्यथा कुर्सी छोड़ दो। पार्षद राहुल मेहता, ममता वर्मा ने कहा कि नगर निगम में काम करवाने के लिए पैसे लिए जाते है। यहां दलाल बैठे रहते है। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे।
पहलवान की प्रतिमा लगाने के प्रस्ताव पर सहमति
बैठक में पार्षद राजेश यादव ने कहा कि जय अंबे चौक पर पूर्व विधायक स्वर्गीय हुकुमचंद यादव की प्रतिमा लगाई जाना चाहिए। साथ ही मार्ग का नाम भी हुकुमचंद यादव मार्ग किया जाना चाहिए। इस पर पूरे सदन ने सहमति दी। पार्षद यादव ने पूछा कि जो खिलाड़ी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभा दिखा रहे है, उन्हें पार्षद कुछ राशि दे सकते हैं क्या। इस पर सदन ने विचार करने का आश्वासन दिया। पार्षद सिद्दीक पटेल ने निगम कर्मियों का वेतन बढ़ाने के साथ ही पार्षदों का मानदेय भी बढ़ाने की मांग की।
31.08 लाख की बचत का बजट
साधारण सभा में 31.08 लाख रुपए की बचत का बजट पारित किया गया। दाधिच पार्क की पार्किंग वाले स्थान पर मल्टीलेवल पार्किंग और कॉम्प्लेक्स 3 करोड़ 72 लाख रुपए की लागत से बनाए जाने की स्वीकृति दी गई। इसी तरह पार्षद सोमनाथ काले की मांग पर इतवारा बाजार में 4 करोड़ 29 लाख रुपए की लागत से कॉम्प्लेक्स बनाए जाने को स्वीकृति दी गई।
जमीन पर बैठकर जताया विरोध
- बैठक के दौरान पार्षद अहमद पटेल ने दो बार जमीन पर बैठकर विरोध दर्ज कराया। उनका कहना था कि बजट इतना बड़ा है कि इसे आधे घंटे में नहीं पढ़ा जा सकता। इसलिए आज की बैठक स्थगित कर दी जाना चाहिए। अपने वार्ड में ब्लॉक लगाने की बात पर भी वे जमीन पर बैठ गए। साथ ही उन्होंने विरोध स्वरूप पार्षदों के लिए बुलवाया गया खाना भी नहीं खाया।
- एक खेल प्रतियोगिता की राशि भी बजट में शामिल की गई। इस पर निगम अध्यक्ष ने कहा कि यह राशि तो दी जा चुकी है लेकिन मुझे पता नहीं है। इस पर सदन में उपिस्थत सभी लोग हंस दिए।
- पार्षद सुनील जैन ने शहर की सड़कों पर घूमने वाले आवारा मवेशियों को लेकर मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि शहर की सड़कों पर कुत्तों का आतंक है। कई लोगों पर हमला कर चुके है। जल्द ही आवारा मवेशियों को पकड़ने का अभियान शुरू किया जाना चाहिए।
- बजट पारित किए जाने के लिए इसके पहले दो बार बैठक स्थगित हो चुकी थी। तीसरी बैठक में बजट को स्वीकृति प्रदान की गई।