झाबुआ (नईदुनिया प्रतिनिधि) एनएसयूआई द्वारा पिछले दिनों कॉलेज व विद्यार्थियों की मांगों को लेकर कलेक्टोरेट परिसर में ज्ञापन दिया गया था। इस दौरान काफी देर तक कोई अधिकारी ज्ञापन लेने नहीं पहुंचा था। जब कोई ज्ञापन लेने नहीं पहुंचा तो कॉलेज की छात्रा निर्मला चौहान ने अपनी समस्या जिला प्रशासन के समक्ष रखी थी। छात्रा का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर चला। शुक्रवार को एनएसयूआई के विद्यार्थियों को चर्चा के लिए बुलाया। कलेक्टर ने सभी विद्यार्थियों की समस्याएं गंभीरता से सुनी और अधिकारियों को तत्काल समस्याएं दूर करने के निर्देश दिए।
सोमवार को एनएसयूआई के विद्यार्थी अपनी समस्या लेकर रैली के रूप में कलेक्टोरेट पहुंचे थे। इन दौरान करीब आधे घंटे तक कोई अधिकारी ज्ञापन नहीं लेने पहुंचा। बाद में एसडीएम एलएन गर्ग पहुंचे। लेकिन विद्यार्थी कलेक्टर मिश्रा से मिलना चाहते थे। कलेक्टर उस दौरान कोई जरूरी मीटिंग में व्यस्थ थे। इसी बात को लेकर छात्रा निर्मला चौहान ने अपनी परेशानी रखी थी। निर्मला ने कहा था कि हम इतनी दूर से किराया लगाकर आते हैं। हमारी समस्याएं नहीं सुनी जाती। जब आप हमारी समस्या हल नहीं कर सकते तो हमें कलेक्टर बना दो। सभी की मांगे हम पूरी कर देंगे। वीडियो वायरल होने के बाद शुक्रवार को कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने एनएसयूआई के सदस्यों को कलेक्टोरेट परिसर में मिलने के लिए बुलाया।
कई समस्याएं रखी
एनएसयूआई के जिलाअध्यक्ष विनय भाबोर ने बताया कि कलेक्टर मिश्रा द्वारा विद्यार्थियों को चर्चा के लिए बुलाया गया था। सारी समस्याएं कलेक्टर के समक्ष रखी गई। बैठक में जिला परिवहन अधिकारी कृतिका मोहटा, पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ जेसी सिन्हा, कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य छगनसिंह चौहान, एसडीएम गर्ग, सहायक आयुक्त प्रशांत आर्य सहित कई अधिकारी उपस्थित थे। विद्यार्थियों द्वारा अपनी विभिन्ना मांगे पुस्तकें, आवास किराया, छात्रवृति आदि मांगे तत्काल हल करने की मांग की। जिस पर कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने अधिकारियों को इस ओर गंभीरता से ध्यान देने की बात कही।