Jhabua District Hospital: झाबुआ (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इन दिनों क्षेत्रों में वायरल फीवर के साथ ही डेंगू ने लोगों की सेहत बिगाड़ रखी है। स्थिति यहां है कि जिला अस्पताल में 200 पलंगों के बावजूद यहा फिलहाल 235 के करीब मरीज भर्ती हैं। कई मरीजों को तो नीचे लेटाकर उपचार करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी वृद्धजन व बच्चों को उठानी पड़ रही है, क्योंकि मौसमी बीमारी का असर इन पर अधिक होता दिखाई दे रहा है। जिला अस्पताल में तो सामान्य मरीजों को लाइन में लगकर उपचार के लिए अपना पंजीयन करवाना पड़ रहा है।
सुबह नौ बजते ही पंजीयन के लिए लाइन लग जाती है। पिछले एक माह से क्षेत्र में वायरल व डेंगू ने पैर पसार रखे हैं। सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ लगी रहती है। सबसे अधिक संख्या वायरल फीवर के मरीज सामने आ रहे हैं। उपचार के लिए निजी व सरकारी अस्पतालों में दिनभर उपचार का सिलसिला चलता रहता है। शहर के अलावा अन्य क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में मरीज उपचार कराने के लिए आ रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक प्रकोप इन दिनों वायरल व डेंगू का प्रकोप शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी फैला हुआ है। शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से भी मरीज अपना उपचार कराने जिला अस्पताल के अलावा अन्य निजी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। उपचार के लिए मरीजों के आने का सिलसिला सुबह सात-आठ बजे से ही शुरू हो जाता है। जिला अस्पताल में तो सुबह नौ बजे से उपचार के लिए मरीजों की लाइनें लग जाती है। यहा सिलसिला दोपहर तक चलता रहता है। शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
स्थिति यह है कि उपचार के लिए शहर के अलावा बड़े शहरों में भी बड़ी संख्या में मरीज जा रहे हैं। कई मरीजों को स्थानीय उपचार से आराम नहीं मिलने के कारण उन्हें उपचार के लिए दाहोद, वड़ोदरा, इंदौर जैसे शहर जाना पड़ रहा है। जिला अस्पताल में प्रतिदिन 100 के करीब मरीजों का रक्त परीक्षण करवाया जा रहा है।
रक्त परीक्षण में मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारी की जांच की जा रही है। मौसमी बीमारी का प्रकोप बना जिला अस्पताल के आरएमओ डा़ सावन चौहान का कहना है कि इन दिनों मौसमी बीमारी का प्रकोप बना हुआ है। जिला अस्पताल में 200 पलंग हैं। यहां फिलहाल 235 मरीज भर्ती हैं। वायरल और डेंगू की जांच भी जिला अस्पताल में मरीजों की जा रही है।
- 200 पलंगों का जिला अस्पताल
- 235 मरीजों का चल रहा उपचार
- 300 के करीब मरीज आते हैं सामान्य दिनों में
- 400 के करीब मरीज आ रहे इन दिनों
- 100 के करीब मरीजों की हो रही प्रतिदिन रक्त जांच इस तरह भर्ती हैं मरीज
- 30 एसएनसीयू में भर्ती हैं बच्चे
- 15 के करीब वृद्धजन वार्ड में
- 14 के करीब सामान्य पुरुष वार्ड
- 15 से अधिक बच्चा वार्ड में भर्ती मरीज