जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। मेखला रिसोर्ट में हुई युवती की हत्या के आरोपित ने पुलिस को चकमा देने के लिए बहुत जतन किए लेकिन 11 दिनों बाद बाद पुलिस के हत्थे चढ़ गया । आरोपित लगातार लोकेशन बदल रहा और 10 दिन में उसने चार हजार किमी सफर तय किया। इस दौरान उसने कई राज्य बदले। शनिवार को पुलिस कंट्रोल रूम में इस मामले का खुलासा किया गया। युवती की हत्या के आरोपित हेमंत भदाणें पर इस हत्या सहित चोरी लूट के महाराष्ट्र में कुल 37 मामले दर्ज हैं जबकि जबलपुर में भी उसने अनाज व्यापाारी के साथ आठ लाख रुपए की ठगी की है ।
जबलपुर के मेख्ाला रिसार्ट में युवती श्ािल्पा की हत्या करने के बाद वह रायपुर होते हुए नागपुर भागा जहां से वह खंडवा होते हुए बुरहानपुर पहुंचा यहां से वह गुजरात के केवड़िया पहुंचा फिर उसने हिमाचल का रुख किया। इसके बाद वह राजस्थान पहुंचा और अजमेर में एटीएम से पैसे निकालने केदौरान उसकी लोकेशन ट्रेस कर ली गई। पैसे निकालने के बाद वह अजमेर से सिरोही जाने वाली बस में सवार हो गया था जिसे जांच के दौरान रोककर पुलिस ने हेमंत को पकड़ लिया।
पुलिस ने बताया कि आरोपित एक ठिकाने में बारह घंटे से जयादा नहीं रुकता था। वह प्रतिदिन मृतका के एटीएम से 20 हजार रुपये निकाल रहा था । पुलिस की टीम, नागपुर, बिहार, राजस्थान, सूरत गुजरात गई । इस दौरान हर राज्य की पुलिस ने मदद दी । 17 नवंबर को पुलिस को सुबह आठ बजे आरोपित द्वारा अजमेर से एटीएम के जरिए 20 हजार रुपये निकालने की सूचना मिली । पुलिस अधीक्षक सिद्वार्थ बहुगुणा ने अजमेर के पुलिस अधीक्षक से बातचीत कर सहयोग मांगा । इस दौरान राजस्थान पुलिस को आरोपित की जानकारी दी गई । पता चला कि वह अजमेर से बस के जरिए बाहर जा रहा है। थाना स्वरूपागंज में जांच अभियान चलाकर पुलिस ने 18 नवंबर को आरोपित को हिरासत में ले लिया।
एटीएम से मिला सुराग-
पुलिस ने बताया कि बैंक आफ महाराष्ट्रा जबलपुर जोन के हेड ओमकार कुमार एवं सीनियर मैनेजर अभिषेक जायसवाल की जांच में मदद मिली ।उन्होंने युवक द्वारा एटीएम से निकाले जा रहे पैसे की जानकारी उपलब्ध कराई । पुलिस ने बताया कि आरोपी ने सात नवंबर को टैक्सी से लखनदौन से जाते वक्त एटीएम से रुपये निकाले थे उस वक्त बैंक से जानकारी ली गई।
फिंगर प्रिंट से मिलान- आरोपित अभिजीत पाटीदार का जबलपुर कोतवाली में पूर्व में धारा 420 के तहत आपराध पंजीबद्व है इसलिए आरेापित का पता ठिकाना गलत होने से फिंगर प्रिंट निरीक्षक अखिलेश चौकसे ने घटना स्थल में मिले फिंगर प्रिंट का मिलान किया। फिंगर प्रिंट साफ्टवेयर में डालते ही आरोपित की पहचान हेमंत भदाणे पिता राजेंद्र भदाणे उम्र 29 साल निवासी राधा कृष्ण नगर नासिक के रूप में हुई। ये आदतन मोटर साइकिल चोरी करने का आरोपी था। इसके खिलाफ महाराष्ट्र में कुल 37 मामले दर्ज है।
इनका रहा योगदान- अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जबलपुर जोन उमेश जोगा, उप पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर रेंज आरआर सिंह परिहार, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शिवेश सिंह बघेल, नगर पुलिस अधीक्षक बरगी प्रियंका शुक्ला द्वारा टीम बनाकर जांच के लिए भेजी गई। जांच टीम नागपुर, गुजरात, बिहार और राजस्थान भेजी गई थी।