जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। निगमायुक्त द्वारा कर्मचारियों के साथ किए जाने वाले अभद्र व्यवहार, कर्मचारियों का विनियमितिकरण, सातवें वेतनमान सहित 21 सूत्रीय मांगो को लेकर 17 अक्टूबर को नगर निगम में प्रस्तावित कामबंद हड़ताल स्थगित कर दी गई है। महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू से शनिवार को नगर निगम के कर्मचारी संगठनों द्वारा की गई चर्चा के बाद मांगों पर जल्द विचार कर सहमति बनाने के आश्वासन के बाद कर्मचारी संगठनों ने हड़ताल स्थगित करने का निर्णय लिया है।
नगर निगम के तकनीकी अधिकारी कर्मचारी संघ के संयोजक पं राम दुबे, मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय महामंत्री योगेंद्र दुबे ने बताया कि संघ ने 17 अक्टूबर से नगर निगम में अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की घोषणा की थी। जिस पर महापौर जगत बहादुर सिंह ‘अन्नू’ ने शनिवार को अपर आयुक्त महेश कुमार कोरी, स्थापना प्रभारी इंद्र कुमार वर्मा को कर्मचारी संघों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कराकर संघों के सभी मांगों पर तत्काल विचार करने और निर्णय लेने के निर्देश दिए। निगम निगम के अधिकारियों ने लिखित में आश्वासन दिया कि समय के अनुसार तकनीकी अधिकारी कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों की मांग को पूरा किया जाएगा। इस पर संघ के पदाधिकारियों ने आगामी तिथि तक हड़ताल को स्थगित रखने का निर्णय लिया है। बैठक में महापौर ने ने भी मांगों का निराकरण कराने सहमति दी है। बैठक में सुरेंद्र यादव, मध्य प्रदेश नगर निगम नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रांतीय संगठन सचिव कपिल दुबे, अजाक्स के इकाई अध्यक्ष राकेश समुंद्रे, संयुक्त कर्मचारी मोर्चा के इकाई अध्यक्ष संतोष तिवारी,अनिल तिवारी, मुकेश रजक, रमेश मिश्रा आदि उपस्थित रहे।
ये है प्रमुख मांगे-
- 29 कर्मचारियों का विनियमितिकरण किया जाए।
- 15 कर्मचारियों की विभागीय जांच जिसमें कुछ लोगों की लंबित है उन्हें पूरा किया जाए।
- शिक्षा विभाग की सातवें वेतनमान एवं अतिथि शिक्षकों संबंधी मांगों का निराकरण
- नरेश शर्मा की गठन संबंधित जांच एवं पद के दुरुपयोग संबंधी जांच की मांग
-संविदा कर्मचारियों का 90 प्रतिशत मानदेय बढ़ाया जाए