जबलपुर। जबलपुर जिले की आठ विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 5 पर प्रत्याशी घोषित कर दिए। तीन सीटों पर नाम नहीं तय हो सका। इन्हीं पर सबसे ज्यादा कन्फ्यूजन बना हुआ था। राज्यमंत्री शरद जैन की उत्तर विधानसभा सीट से भी पार्टी ने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की।
प्रदेश के कई मंत्रियों में इस सीट से भी बदलाव करने की खबरें हैं, लेकिन संगठन फिर से शरद जैन पर ही दांव खेलने के मूड में है। इधर पूर्व कैबिनेट मंत्री अजय विश्नोई को एडजस्ट करने की वजह से भी इन तीन सीटों पर फैसला नहीं हो सका।
भाजपा के सूत्रों की मानें तो अजय विश्नोई को पार्टी पाटन से चुनाव मैदान में उतारना चाह रही थी। जबकि विश्नोई इसके लिए साफ इंकार कर चुके हैं। वो पश्चिम, पनागर और उत्तर विधानसभा से टिकट मांग रहे हैं। अब पनागर में सुशील तिवारी इंदु का नाम तय होने के बाद विश्नोई की पसंद की पश्चिम और उत्तर विधानसभा बची है।
वरिष्ठ नेता विश्नोई को पाटन से चुनाव लड़ने के लिए लगातार मनाने में जुटे हैं। ताकि उनका स्थान तय हो जाए। पश्चिम में डॉ.जितेन्द्र जामदार और हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू के नाम पर चर्चा हो रही है। विश्नोई को एडजस्ट नहीं कर पाने की वजह से भी पश्चिम और पाटन पर प्रत्याशी की घोषणा नहीं हुई।
इन्हीं सीटों पर सबसे ज्यादा दावेदार
शहर में पश्चिम और उत्तर विधानसभा में ही भाजपा के सबसे ज्यादा दावेदार सामने आए। इन सीटों पर वैसे तो कई दिग्गजों ने नाम चलाया लेकिन दिल्ली में चुनिंदा नाम ही पहुंच सके। संगठन के कई दौर के सर्वे में भी दोनों विधानसभा की तस्वीर पार्टी को रास नहीं आई।
इस वजह से उत्तर विधानसभा में उम्मीदवार बदलने की अटकलें लगीं। धीरज पटेरिया, अखिलेश जैन का नाम तेजी से ऊपर आया। आखिर में शरद जैन को दोबारा मौका देने पर चर्चा हुई। एक राय नहीं हुई जिस वजह से संगठन ने बाद में इसकी घोषणा करने का फैसला किया।
कांग्रेस से दो सीटें वापस पाने के लिए हो रही माथापच्ची
जिले में कांग्रेस के पास अभी दो सीट पाटन और पश्चिम विधानसभा हैं। भाजपा इन दोनों को अपने कब्जे में करना चाहती है। पाटन में नीलेश अवस्थी के मुकाबले संगठन एक बार फिर अजय विश्नोई को खड़ा करना चाहता है, हालांकि विश्नोई ऐसा नहीं चाहते। वहां आशीष दुबे पहले ही मजबूत दावेदार बने हुए हैं।
उनका नाम भी लगभग तय है। वहीं पश्चिम में कांग्रेस के तरुण भनोत से मुकाबले के लिए संगठन नया चेहरा पेश करना चाहता है। भाजपा को इस पर सीट पर सबसे ज्यादा माथापच्ची अपनों से करना पड़ रही है, क्योंकि सभी दावेदारों को यह सीट आसान नजर आ रही है। ऐसे में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ डॉ.जितेन्द्र जामदार के नाम को आगे कर रहा है। वहीं हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू के अलावा महाकोशल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष प्रभात साहू भी इस रेस में बने हुए हैं।